[ad_1]
Nigeria News: एक गलती कई लोगों की जान का सबब बन गई। यह घटना अफ्रीकी मुस्लिम देश नाइजीरिया में हुई। जानकारी के अनुसार अफ्रीकी देश नाइजीरिया के एक गांव में गलती से सेना के ड्रोन हमले में मुस्लिम धार्मिक त्योहार मना रहे दर्जनों नागरिक मारे गए। यह जानकारी नाइजीरिया के स्थानीय अधिकारियों सहित सेना से जुड़े लोगों ने दी। घटना के अनुसार रविवार यानी 3 दिसंबर को उत्तरी पश्चिमी नाइजीरिया के एक गांव में सेना द्वारा गलती से ड्रोन हमला कर दिया गया।
नाइजीरिया सेना ने कडुना राज्य के तुदुन बीरी गांव में बीते रविवार (3 दिसंबर) की रात हुए हमले में मरने वालों की संख्या नहीं बताई, लेकिन यहां के रहवासियों ने बताया कि ड्रोन हमले में दर्जनों लोग मारे गए और कई घायल हो गए। इस पर स्थानीय अधिकारियों ने भी मौतों की पुष्टि की। कडुना राज्य के गवर्नर उबा सानी ने जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और मिलिशिया डाकुओं को निशाना बनाकर किए गए एक सैन्य ड्रोन हमले के बाद त्योहार मना रहे मुस्लिम श्रद्धालु गलती से मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
धार्मिक त्योहार मनाने बड़ी संख्या में जुटे थे लोग
इस संबंध में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार गवर्नर उबा सानी ने कहा, रविवार रात को कडुना राज्य के इगाबी परिषद क्षेत्र में मौलूद का जश्न मनाने वाले मुस्लिम लोग आतंकवादियों और डाकुओं पर निशाना बनाकर उड़ाए गए ड्रोन हमले की चपेट में गलती से आ गए और इस कारण कई लोगों की मौतें हो गईं और कई लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने मारे गए लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं की, लेकिन राज्य में आमतौर पर त्योहार की उस छुट्टी को मनाने के लिए एक बड़ी भीड़ इकट्ठा होती है।
85 लोगों की मौत का दावा
कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नाइजीरिया की सेना अक्सर देश के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व में दस्यु मिलिशिया के खिलाफ अपनी लड़ाई में हवाई हमलों पर भरोसा करती है, जहां जिहादी 14 साल से संघर्ष कर रहे हैं। गांव के इदरीस दहिरू नाम के व्यक्ति ने मौतों की संख्या का दावा करते हुए बताया कि नाइजीरियाई हवाई हमले में मारे गए 85 लोगों को दफनाया है। वहीं 60 से अधिक घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रहवासी ने सुनाई आपबीती
गांव के रहवासी इदरीस ने बताया कि जब पहला बम गिरा तो मैं घर में था। हम प्रभावितों की मदद के लिए घटनास्थल पर पहुंचे थे, तभी दूसरा बम गिराया गया। इदरीस ने बताया कि उनके ही परिवार के लगभग 12 लोगों की हमले में मौत हो गई। स्थानीय राज्य सुरक्षा आयुक्त सैमुअल अरुवान ने सेना के अधिकारियों और समुदाय के नेताओं के साथ बैठक के बाद कहा कि बड़ी संख्या में घायलों को राजधानी कडुना के एक ट्रेनिंग हॉस्पिटल में ले जाया गया।
मिलिशिया गिरोह का है आतंक
दरअसल, मिलिशिया गिरोह के लोगों को स्थानीय रूप से डाकुओं के रूप में जाना जाता है। उन्होंने लंबे समय से उत्तर पश्चिमी नाइजीरिया के कुछ हिस्सों को आतंकित कर रखा है। इन्हीं पर हमला करने के लिए सेना ने ड्रोन अटैक किया था, जो गलती से मुस्लिम समुदाय के लोगों पर त्योहार मनाने के दौरान गिरा और हादसे का सबब बन गया।
Latest World News
[ad_2]
Add Comment