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नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: सेहत के लिए खानपान के साथ एक्सरसाइज करना जरूरी होता है। अगर आपके पास एक्सरसाइज करने के लिए समय नहीं है तो आप वॉकिंग यानि पैदल चलने का तरीका अपना सकते है। इसके लिए वॉकिंग में रेट्रो वॉकिंग (Retro Walking Benefits) को अपना सकते है आखिर क्या होती है यह वॉकिंग और जानिए इनके फायदों के बारे में।
जानिए क्या हैं रेट्रो वॉकिंग
यहां पर रेट्रो वॉकिंग की बात की जाए तो, इसे एक तरह से रिवर्स वॉकिंग या उल्टे पैदल चलना कहते है यहां पर सेहतमंद रहने के लिए यह एक बेहतरीन तरीका होता है। इसके अलावा इस तरह की वॉकिंग में शरीर की सेहत से लेकर दिमाग की सेहत को फायदा मिलता है। इस दौरान रेट्रो वॉकिंग करने में थोड़ी दिक्कत होगी लेकिन अगर आप इसे लगातार करते है तो फायदे देखने के लिए मिलते है।
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जानिए क्या है रेट्रो वॉकिंग के फायदे
यहां पर रेट्रो वॉकिंग अगर आप रोजाना करते हैं तो आपको इसके फायदे देखने के लिए मिलते है जिनके बारे में जान लेना आपको जरूरी है..
1- इस वॉकिंग को करने में पीछे की ओर चलने से आपको मसल्स में बैलेंस बनाने और सुधार करने में मदद मिलती है इसके अलावा यह गंभीर चोटों को रोकने में मदद करती है। अगर आप अपनी वॉकिंग से ज्यादा फायदे पाना चाहते हैं, तो रिवर्स वॉकिंग को ट्राय कर सकते हैं।
2- इस वॉकिंग को करने से मेटाबॉलिज्म सिस्टम बेहतर होता है वहीं पर हर मिनट में 40 फीसदी कैलोरी बर्न होती है। साथ ही मोटापे वाले लोगों को रोजाना सुबह रेट्रो वॉकिंग करना मददगार होता है।
3- दिल की सेहत के लिए पैदल चलना जरूरी होता है जिसमें अगर आप रोजाना रेट्रो वॉकिंग करते हैं तो आपका दिल और भी तेजी से पंप करता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। साथ ही इससे दिल और सांस से जुड़ी बीमारियां भी नहीं होती।
4- इस रेट्रो वॉकिंग को करने से आपके पैरों की कम एक्टिव मसल्स को मजबूती मिलती है। जब आप पीछे की ओर चलते हैं तो यह आपके क्वाड्रिसेप्स के उलट आपके हैमस्ट्रिंग को फ्लेक्स करती है और मसल्स को मजबूत करती है। यह काफ मसल, ग्लूट्स और क्वाड्रीसेप्स पर ज्यादा असर डालता है।
5- रेट्रो वॉकिंग करने से पीठ दर्द कम होता है क्योंकि इससे एक्सटेंसर एक्टिव हो जाते हैं और इसमें ग्लूटस मैक्सिमस मसल मुख्य रूप से शामिल होती है। यह एक्सरसाइज लगातार बैठकर स्क्रीन के सामने काम करने वाले लोगों के लिए अच्छी होती है।
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