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Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आने हैं। इसके पहले कांग्रेस ने अपनी जमावट शुरू कर दी है। सभी सीनियर लीडर ने भोपाल में मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने भोपाल में अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा के पास अगर पर्याप्त सीटें हैं तो वो क्यों परेशान हो रही है। क्यों निर्दलीय और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों पर नजर रखे हुए है।
MP Election 2023
– फोटो : अमर उजाला, भोपाल
विस्तार
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आने से पहले कांग्रेस अलर्ट मोड पर है। कांग्रेस ने प्रत्याशियों को जीतते ही तत्काल भोपाल आने के निर्देश दिए हैं। इधर, काउंटिंग से पहले शनिवार को कमलनाथ और मध्यप्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भोपाल पहुंच गए हैं। इन्होंने यहां पर मोर्चा संभाल लिया। कई प्रत्याशी भी मतगणना से पहले प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और सुजरेवाला से मिलने भोपाल पहुंचे।
भाजपा क्यों रख रही नजर?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने भोपाल में अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अगर पर्याप्त सीटें हैं तो वो क्यों परेशान हो रही है। क्यों निर्दलीय और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों पर नजर रखे हुए है। नाथ ने आगे कहा कि कल इसी टाइम लंबी चर्चा करेंगे। आज कुछ बोलने की आवश्यकता नहीं है। वहीं एग्जिट पोल को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे कोई पोल से मतलब नहीं है, मतदाताओं पर भरोसा है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों से बात करने को लेकर कमलनाथ ने कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है।
शुक्ला ने जताई गड़बड़ी की आशंका
इधर, इंदौर 1 से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने मतगणना के दौरान गड़बड़ी की आशंका जताई है। कमलनाथ से मुलाकात करने भोपाल आए शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने चुनाव में जमकर पसीना बहाया है। शुक्ला ने मतगणना के दिन एकस्ट्रा फोर्स को मांग की है। शुक्ला ने बताया कि जीतने के बाद पार्टी ने सभी को भोपाल आने के दिये निर्देश दिए हैं।
खड़गे ने देर रात की चर्चा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे जिन राज्यों में चुनाव हुए वहां के सीनियर लीडर से लगातार संपर्क में हैं। उनसे खड़गे ने शुक्रवार रात फोन पर चर्चा भी की है। इसके साथ ही खड़गे ने प्रदेश में चुनाव प्रभारियों और पर्यवेक्षको को निर्देश दिए हैं कि वे काउंटिंग पर नजर रखें। प्रदेश में ही रहें। इसी का नतीजा है कि रणदीप सुरजेवाला भोपाल पहुंचे।
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