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ओपनएआई के चैटजीपीटी के आने के बाद से टेक्नोलॉजी की दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक नई प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है। हर बड़ी टेक कंपनी अपने एआई टूल को मार्केट में पेश कर रही हैं। यहां कि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने भी चैटजीपीटी को टक्कर देने के लिए अपना अपना एआई टूल पेश किया है। अब इस कड़ी में टेक जायंट एप्पल भी शामिल हो गया है।
लेटेस्ट लीक रिपोर्ट के मुताबिक ओपनएआई, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर देने के लिए एप्पल ने अपना खुद का जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल तैयार किया है। बताया जा रहा है कि एप्पल ने चैटजीपीटी जैसी एक इंटरनल सर्विस को तैयार किया और इस एआई टूल का उसके कर्मचारी टेस्टिंग के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। कंपनी के कर्मचारी नए एआई टूल के अलग अलग फीचर्स को टेस्ट कर रहे हैं।
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब एप्पल के एआई मॉडल की खबरे सामने आई हैं। इससे पहले साल 2023 में ही जुलाई के महीने में भी ऐसी खबरें सामने आई हैं। लीक्स की मानें तो अपने एआई मॉडल के लिए एप्पल ने लॉर्ज लैंग्वेज मॉडल यानी एलएलएम के लिए Ajax नाम का फ्रेमवर्क तैयार किया है।
एप्पल एआई टूल को लेकर सामने आ रही ही रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी ने आईफोन और आईपैड में एलएलएम के बारे में एक रिसर्च पेपर फाइल किया है जिसमें बताया गया कि किस तरह से डिआरएम कैपेसिटी वाले एक छोटे से डिवाइस में एलएलएम को आसानी से रन कराया जा सकता है। आपको बता दें कि सीमित डीआरएएम वाले डिवाइस में एलएलएम को सेट करना संभव नहीं है लेकिन अब इसके लिए एप्पल ने एलएलएम को फ्लैश मेमोरी के जरिए रन कराने का तरीका निकाला है।
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