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Israel Hamas War: तुर्की से भारत आ रहे जहाज का यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अपहरण कर लिया था। हूती विद्रोहियों ने अब इस घटना का वीडियो जारी किया है। ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने हेलिकॉप्टर की मदद से इस जापानी स्वामित्व वाले जहाज पर काबू पाया। हूती विद्रोही जहाज पर उतर गए और हथियारों के बल पर इस पर कब्जा कर लिया। इस जहाज का आंशिक मालिकाना हक इजराइल के एक अरबपति के पास भी है। अब हूती विद्रोहियों के राजनीतिक ब्यूरो के एक सदस्य ने चेतावनी दी है कि इजराइल के खात्मे तक उनका संगठन ये हमले करते रहेगा। उसने यह भी दावा किया कि हूतियों ने ईरान के कहने पर यह कार्रवाई नहीं की है।
हूती विद्रोहियों के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य अली अल-कहौम ने चेतावनी दी कि उनका संगठन 2 हजार किमी तक की रेंज वाले ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। कहौम ने कहा, ‘हम फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ यहूदी आक्रमण और यहूदियों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय और अमेरिकी आह्वान के खिलाफ मूक दर्शक नहीं बने रहेंगे।’ वहीं हूती राजनीतिक ब्यूरो के एक अन्य सदस्य मुहम्मद अल-बुखैती ने अल-जज़ीरा को बताया कि यदि गाजा में युद्ध समाप्त नहीं हुआ तो इस्लामिक क्रांतिकारी आतंकवादी समूह के पास इजरायल पर हमला करने के लिए ‘कई विकल्प’ हैं।
अमेरिका का भी सामना करने को तैयार: हूती
बुखैती ने चेतावनी दी कि अगर गाजा युद्ध जारी रहा तो संघर्ष का विस्तार होगा। उन्होंने आगे कहा कि हूती ईरान के उस निर्देश पर काम नहीं कर रहे थे, जिसमें समूह को इजरायल का ध्यान भटकाने और गाजा पर कुछ दबाव कम करने की कोशिश के लिए कहा गया था। हूती सदस्य ने कहा कि वे अमेरिका का भी सामना करने को तैयार हैं। हमूद अल-मुश्की ने कहा, ‘हम फिलिस्तीनी लोगों के साथ हैं, और जब तक यहूदी दुश्मन अपने अपराधों को जारी रखेगा और फिलिस्तीन के लोगों को मारता रहेगा, हम यहूदी दुश्मन के खिलाफ खड़े रहेंगे।’ इसके अलावा सोमवार को, हूतियों ने अपने कब्जे में लिए मालवाहक जहाज के फुटेज भी जारी किए।
अभी कहां पर है जहाज गैलक्सी लीडर ?
इस बीच गैलेक्सी लीडर जहाज के मालिक ने सोमवार को कहा कि जहाज अब यमन के बाहर होदेदाह बंदरगाह क्षेत्र में है। कंपनी ने कहा कि, ‘जहाज के साथ सभी संचार बाद में बंद हो गए। कंपनी राजनीतिक या भू-राजनीतिक स्थिति पर आगे कोई टिप्पणी नहीं करेगी।’ इस बीच अमेरिका ने सोमवार को लाल सागर में मालवाहक जहाज की जब्ती को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और जहाज और उसके चालक दल की तत्काल रिहाई की मांग की है।
नेतन्याहू ने की थी जहाज के अपहरण की निंदा
गौरतलब है कि इज़राइल की सरकार ने रविवार को कहा था कि यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया, जिससे एक प्रमुख वैश्विक शिपिंग मार्ग खतरे में पड़ गया है। इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने किसी का नाम लिए बिना, इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की थी। पीएम की तरफ से दिए गए बयान में कहा गया था कि यह एक ब्रिटिश कंपनी के स्वामित्व वाला एक जापानी फर्म द्वारा संचालित जहाज था। इसमें कहा गया है कि जहाज के 25 चालक दल के सदस्यों में से कोई भी इजराइली नहीं था।
बता दें कि, यमन के हूती विद्रोहियों ने अक्टूबर की शुरुआत में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल पर हमला करने की धमकी दीऔर मिसाइल से असफल हमले किए हैं। इनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने इजरायल को निशाना बनाया था। रविवार की घटना नवीनतम संघर्ष शुरू होने के बाद से वैश्विक समुद्री नौवहन के खिलाफ हौथिस द्वारा उत्पन्न खतरे में पहली बड़ी वृद्धि का प्रतीक है।
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