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सीमा कुमारी
नई दिल्ली: बढ़ती उम्र के साथ ही सेहत से जुड़ी कई समस्याएं सताने लगती हैं। लेकिन, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि, प्रकृति ने हमें अद्भुत चीजों से नवाजा है। फ्री में मिलने वाली इन चीजों का इस्तेमाल करके हम हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
ऐसे में कचनार के फूल सुंदर और उपयोगी वृक्षों के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में इसके फूल ही नहीं बल्कि, इसकी छाल और पत्तों को भी बेहद काम का माना जाता है। इसमें न सिर्फ एंटीऑक्सीडेंट होते हैं बल्कि, फाइबर और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी शामिल होते हैं। आइए जानें कचनार के फूल से होने वाले लाभ-
आयुर्वेद के अनुसार, नसों में दर्द और सूजन को कम करने में कचनार इसलिए काम आ सकता है, क्योंकि ये एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। यानी कि, इसका ये गुण नसों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है और सूजन में कमी ला सकता है। इसके अलावा कई बार नसों में खिंचाव आ जाता है, तो भी आप इसके छाल का पेस्ट बनाकर इस दर्द के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
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कचनार नए सेल्स का निर्माण कर घावों को भरता है। यह फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ इम्यूनिटी को बढ़ाता है। यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण सूजन में मदद करता है।
कचनार के फूलों का आप कई प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे कि पहले तो इन फूलों की चाय आपके लिए दर्दनाशक हो सकती है। दूसरा, आप इन फूलों से लेप तैयार करके अपनी सूजन वाली जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं। तीसरा, आप इन फूलों का तेल बना सकते हैं, जिसमें कि आप लौंग और सरसों तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। तो, अगर आप नसों के दर्द से परेशान हैं तो कचनार के फूलों का इस्तेमाल जरूर करें।
आयुर्वेद के अनुसार, जब शहद के साथ मिलाया जाता है, तो यह त्वचा के लिए एक क्लींजिंग एजेंट के रूप में काम करता है और खुजली, मुहांसे, पिंपल्स आदि जैसी समस्याओं से राहत देता है। इसके कसैले गुणों के कारण त्वचा पर इसका कूलिंग प्रभाव पड़ता है।
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