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नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर शुक्रवार को भी जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दलों के सदस्य सुरक्षा चूक के मामले पर सदन में गृहमंत्री अमित शाह के वक्तव्य और चर्चा की मांग कर रहे हैं। सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कार्यवाही सोमवार 11 बजे तक के लिए तत्काल स्थगित कर दी।
इससे पहले, पूर्वाह्न 11 बजे सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। विपक्ष के सांसद इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह के सदन में बयान देने की मांग कर रहे थे। कुछ सदस्यों के हाथों में पोस्टर भी थे। एक पोस्टर पर संसद में सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग लिखी हुई थी। कुछ सदस्य गृहमंत्री शाह के इस्तीफे की मांग भी कर रहे थे। कुछ विपक्षी सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग कर रहे थे] जिनके हस्ताक्षर से मिले ‘पास’ पर संसद भवन में प्रवेश करने वाले दो युवक बुधवार को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे।
पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही सेकेंड के भीतर अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी। सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने बृहस्पतिवार को भी सदन में हंगामा किया था। सदन में आसन की अवमानना और अनादर के लिए बृहस्पतिवार को कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) समेत विपक्ष के 13 सदस्यों को मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। लोकसभा में कांग्रेस के वीके श्रीकंदन, बेनी बेहनन, मोहम्मद जावेद, मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस, द्रमुक की कनिमोई, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एस.वेंकटेशन और पी.आर.नटराजन तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के के.सु्ब्बारायन का निलंबन हुआ है। संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी.के रूप में हुई है।
राज्यसभा में भी हंगामा
संसद की सुरक्षा में चूक मुद्दे पर, सूचीबद्ध कामकाज निलंबित कर तत्काल चर्चा कराने की मांग सभापति जगदीप धनखड़ की ओर से खारिज किए जाने के बाद विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को राज्यसभा में हंगामा किया, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में न तो शून्यकाल, ना ही प्रश्नकाल और ना ही कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज हो सका। दोपहर दो बजे उच्च सदन की बैठक दोबारा आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने देने का अनुरोध किया। इसी दौरान नेता सदन पीयूष गोयल भी खड़े हो गए और कुछ बोलना चाहा। इसी समय सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से हंगामा और शोर आरंभ हो गया। धनखड़ ने दोनों पक्षों से शांत होने की गुजारिश की और कहा कि वह सदन में कुछ घोषणा करना चाहते हैं। हालांकि हंगामा एवं शोरगुल जारी रहा और उन्होंने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह 11 बजे उच्च सदन की कार्यवाही, आरंभ होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दिन की कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और इसके बाद सूचित किया कि उन्हें संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए कार्यस्थगन संबंधी नियम 267 के तहत कुल 23 नोटिस मिले हैं। सभापति ने कहा कि इस मुद्दे पर वह पहले ही सदन को अवगत करा चुके हैं कि मामले की जांच हो रही है। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर हंगामा शुरु कर दिया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने हाथ से इशारा करके व्यवस्था का प्रश्न उठाने की कोशिश की।
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