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Chhattisgarh: Bhupesh Baghel, Devendra Yadav, Vikas Upadhyay
– फोटो : Amar Ujala/Rahul Bisht
विस्तार
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। पार्टी प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई बड़े फेरबदल करने जा रही है। कांग्रेस इस बार भाजपा के पैटर्न की तर्ज पर संगठन में बदलाव करने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में पार्टी दो नए कार्यकारी अध्यक्षों के नाम की घोषणा करेगी। इसके साथ-साथ एक दर्जन से अधिक जिला अध्यक्ष भी बदले जाएंगे। कार्यकारी अध्यक्ष के लिए इन दिनों दो नाम चर्चा में हैं। एक भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव और रायपुर पश्चिम से पूर्व विधायक विकास उपाध्याय।
दरअसल, भाजपा ने राज्य में पहला आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बनाया। जबकि ओबीसी वर्ग से आने वाले अरुण साव और विजय शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया। अब कांग्रेस भी इसी पैटर्न पर अपने संगठन में बदलाव करने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज आदिवासी समाज से आते हैं। जबकि देवेंद्र यादव ओबीसी वर्ग और विकास उपाध्याय सामान्य वर्ग के आते हैं। ये दोनों ही विधायक युवा हैं। ऐसे में पार्टी इन दोनों को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर अपना सामाजिक वोट बैंक बचाए रखने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने दोनों नेताओं को पद देकर यह भी संदेश देने की कोशिश की है कि कांग्रेस भी नए और युवा चेहरों को आगे बढ़ा रही है।
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि पार्टी में युवा नेताओं को प्राथमिकता देने और जनाधार वाले युवा नेताओं को पार्टी में पद के साथ जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए गये हैं। यही वजह है कि विधानसभा में उमेश पटेल को उपनेता बनाने की तैयारी है, तो वहीं देवेंद्र और विकास को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी एक और यानी की तीसरा कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है। कहा जा रहा है कि जांजगीर-चांपा की तरफ का कोई एससी विधायक को तीसरा कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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