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pm imran khan and pm modi
– फोटो : amar ujala
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पाकिस्तान और भारत के बीच लंबे समय से खींचतान जारी है। इस बीच भारत के पूर्व राजनयिक ने बताया कि बालाकोट हमले के बाद चीन सहित कई देशों ने पाकिस्तान को सुझाव दिया था कि वे भारत के साथ तनाव को कम करने के लिए एक उप मंत्री भेजे लेकिन नई दिल्ली ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
अभिनंदन की वापसी के लिए भारत प्लेन भेजने को तैयार था
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त के रूप में कार्यरत रहे अजय बिसारिया ने एक किताब लिखी है, जिसका जल्द ही विमोचन होगा। इस किताब में उन्होंने बालाकोट हमले से जुड़े कई अनसुने किस्से साझा किए हैं। इस किताब में उन्होंने बताया कि विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी के लिए भारत वायुसेना का एक विमान पाकिस्तान भेजने के लिए तैयार था, लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने इनकार कर दिया था। इसके एक दिन पहले पाकिस्तान ने बालाकोट में हवाई हमला किया था। इस दौरान भारत की जवाबी कार्रवाई में अभिनंदन को पकड़ लिया गया था।
मोदी से बात करना चाहता थे इमरान खान
बिसारिया ने अपनी किताब में लिखा है कि बालाकोट पर हमले के बाद, पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान पीएम नरेंद्र मोदी से बात करना चाहते थे। हमले के बाद मुझे नई दिल्ली में पदस्थ पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद का फोन आया था। उन्होंने बताया था कि खान पीएम मोदी से बात करने के इच्छुक हैं। मैंने नई दिल्ली में बात की तो पता चला कि पीएम मोदी फिलहाल उपल्बध नहीं हैं। अगर कोई अहम संदेश है तो वह मुझे बता सकते हैं। इसके बाद से अब तक मुझे कोई कॉल नहीं आया। पूरी घटना के दौरान भारत की कूटनीति प्रभावी रही। पाकिस्तान और दुनिया को भारत से ही उम्मीदें थीं।
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