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महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने शुक्रवार को टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क को बताया कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑटो प्लांट के शॉप फ्लोर से की थी।
मस्क ने पोस्ट किया कि गैराज में एक अकेले आविष्कारक के “यूरेका” क्षण के बारे में कई फिल्में मौजूद हैं, लेकिन “लगभग कोई भी मैन्यूफैक्चरिंग के बारे में नहीं है, इसे जनता द्वारा कम सराहा गया है।” टेक अरबपति ने कहा, “हाई वॉल्यूम सकारात्मक-मार्जिन उत्पादन तक पहुंचने के पागलपन के दर्द की तुलना में प्रोटोटाइप बहुत आसान है।”
आनंद महिंद्रा ने क्या कहा?
महिंद्रा ने जवाब देते हुए कहा कि वह इससे वो सहमत नहीं हो हैं। उन्होंने पोस्ट कर कहा, “मैंने अपना करियर एक ऑटो प्लांट के शॉप फ्लोर पर शुरू किया और ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन के लिए अथक प्रयास और बिना रुके काम करने को देख कर हमेशा से आश्चर्यचकित हुआ।” महिंद्रा ने आगे कहा, “निर्माण के नायक वास्तव में इस लायक हैं कि उनके बारे में फिल्में बनाई जाएं। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि हम अपनी कारों के निर्माण पर जो फिल्में बनाते हैं, उन्हें यूट्यूब पर बड़ी संख्या में दर्शक देखते हैं, इसलिए वहां निश्चित रूप से एक दर्शक है।”
सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी
एक फॉलोवर ने कहा, “पॉप संस्कृति में विनिर्माण का प्रतिनिधित्व कम है और बताने के लिए सैकड़ों कहानियां हैं।” 1945 में स्थापित, महिंद्रा समूह 100 से अधिक देशों में 260,000 कर्मचारियों के साथ सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। भारत में कृषि उपकरण, उपयोगिता वाहन, सूचना प्रौद्योगिकी और वित्तीय सेवाओं में इसकी अग्रणी स्थिति है और यह मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है।
इनपुट: आईएएनएस
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