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कोरोना महामारी के बाद से घर खरीदारों के रुझान में बड़ा बदलाव आया है। इसके चलते अब होम बायर्स लग्जरी और प्रीमियम महंगे घर खरीदने पर जोर दे रहे हैं। होम बायर्स के बीच अब 2बीएचके नहीं बल्कि 3बीएचके पहली पसंद बन गया है। इसकी वजह घर के साथ ऑफिस (वर्क फ्रॉम होम) कल्चर मुख्य वजह है। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक रिपोर्ट के अनुसार, मिड सेगमेंट के घरों की खरीदारी 35% से बढ़कर 38% और प्रीमियम अपार्टमेंट की 25% से बढ़कर 30% हो गई है। रिपोर्ट में 2018 के बाद से प्रीमियम और मिड सेगमेंट के आवासों की बिक्री में वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है।
बेहतर सुविधाओं वाले बड़े अपार्टमेंट की भारी मांग
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने इंडिया टीवी को बताया कि कोरोना महामारी के बाद देश के सात प्रमुख शहरों में बेहतर सुविधाओं वाले बड़े अपार्टमेंट की भारी मांग है। आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में महंगे मकानों की बिक्री पहली तिमाही में तीन गुना बढ़ी है। अगर घर की कीमत की बात करें तो 50 लाख से 1 करोड़ रुपये कीमत वाले मिड-सेगमेंट के घरों की मांग में जबरदस्त उछाल आया है। वहीं 1 करोड़ रुपये वाले घरों की सेल्स की हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी से बढ़कर 30 फीसदी पर आ गई है। अब होम बायर्स के सोच में बड़ा बदलाव आ गया है। वह अधिक कीमत चुकाकर बड़े साइज और बेहतर सुविधाओं वाला फ्लैट खरीदना पसंद कर रहा है।
प्रीमियम अपार्टमेंट की मांग में सुधार हुआ
गंगा रियल्टी के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, विकास गर्ग ने कहा कि महामारी के बाद मिड-सेगमेंट और प्रीमियम अपार्टमेंट की मांग में सुधार हुआ है। इस साल घरों की बढ़ती बिक्री यह दर्शाती है कि मिड सेगमेंट और प्रीमियम यूनिट्स के खरीदार कुछ लंबे समय तक दूर रहने के बाद रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए वापस आ गए हैं, क्योंकि आर्थिक स्थिति को ठीक होने में कुछ समय लगा। जबकि मैक्रो-इकोनॉमिक माहौल के बावजूद लक्जरी हाउसिंग में तेजी जारी रही है। वहीं, मिड सेगमेंट की बिक्री धीमी हो गई क्योंकि उनके खरीदारों की वित्तीय-आत्मनिर्भरता प्रभावित हुई। हालांकि, मिड सेगमेंट और प्रीमियम श्रेणियों की बिक्री से पता चला है कि लक्जरी हाउसिंग के अलावा अन्य रेसिडेंशियल प्रारूपों ने भी धीरे-धीरे और लगातार गति प्राप्त की है और निवेश के उचित समय को भी दर्शाता है।
वापस लौट रहें हैं घर खरीदार
त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान ने कहा कि, पिछले दो वर्षों में मिड सेगमेंट और प्रीमियम हाउसिंग डेवलपर्स द्वारा बिक्री मे सकारात्मक वृद्धि और मांग दिखाई है। महामारी के कारण रियल्टी मार्केट स्थिर जरूर हुई, जिसमें होम लोन की ब्याज दरों में तेज वृद्धि और प्रॉपर्टी की आसमान छूती कीमतों के कारण खरीदार पहले मिड सेगमेंट के घरों में निवेश करने से दूर हो गए थे। फिर भी खरीदारों की भारी आमद के साथ रियल्टी मार्केट में उछाल लौट आया है, जो एक सकारात्मक प्रवृत्ति है। वर्तमान बाजार परिदृश्य में मध्यम आय समूहों की आर्थिक शक्ति और वित्तीय उर्वरता के मजबूत होने के साथ तेजी से बढ़ने की उम्मीद है, जो रियल एस्टेट के बारे में सही है।
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