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रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल फिलिस्तीन संघर्ष, दुनियाभर में महंगाई और सुस्त वैश्विक इकॉनमी के बीच भारत दुनिया में सबसे तेजी से ग्रोथ करता प्रमुख देश बना हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) लगातार अनुमानों से एक कदम आगे है। चालू वित्त वर्ष यानी FY24 में भी भारतीय अर्थव्यवस्था के उम्मीदों से अधिक 7.3% की ग्रोथ रेट से आगे बढ़ने का अनुमान है। यह ग्रोथ रेट सभी प्रमुख देशों में सबसे ज्यादा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी हुए पहले अग्रिम अनुमान से यह जानकारी सामने आई है। इससे पहले, आरबीआई का अनुमान 7 फीसदी का था। वित्त वर्ष 2023 में इंडियन इकॉनमी की ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रही थी। वही, नोमिनल टर्म्स में जीडीपी ग्रोथ रेट देखें, तो इसके 8.9 फीसदी रहने का अनुमान है, यह 10.5 फीसदी के बजट अनुमान से कम है।
क्यों सबसे तेज है हमारी रफ्तार?
जीडीपी ग्रोथ में यह रफ्तार इन्वेस्टमेंट में आए डबल डिजिट उछाल के चलते है। सरकार ज्यादा खर्च कर रही है। ग्रॉस फिक्स्ड कैपिटल फॉर्मेशन में 10.3 फीसदी की उछाल सरकार के कैपेक्स पर सस्टेंड फोकस को बताती है। नोमिनल इन्वेस्टमेंट रेट 29.8 फीसदी है, जो 9 साल में सबसे अधिक है। प्राइवेट कॉरपोरेट कैपेक्स में भी उछाल देखने को मिल रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, सरकारी कैपेक्स में बड़ा उछाल इकॉनमी को सपोर्ट कर रहा है।
पिछले 11 वर्षों में क्या रही है भारत की जीडीपी ग्रोथ?
वित्त वर्ष | जीडीपी ग्रोथ |
FY13 | 5.5% |
FY14 | 6.4% |
FY15 | 7.4% |
FY16 | 8% |
FY17 | 8.3% |
FY18 | 6.8% |
FY19 | 6.5% |
FY20 | 3.9% |
FY21 | -5.8% |
FY22 | 9.1% |
FY23 | 7.2% |
FY24 | 7.3%* |
वैश्विक ग्रोथ में गिरावट का अनुमान
आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD) का अनुमान है कि अमेरिका, ब्रिटेन और जापान सहित कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में साल 2024 में आर्थिक वृद्धि दर में या तो गिरावट आ सकती है या इनमें मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के विश्व आर्थिक परिदृश्य के अनुसार, वैश्विक ग्रोथ के 2022 के 3.5 प्रतिशत से घटकर 2023 में तीन प्रतिशत और 2024 में 2.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
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