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टाटा ग्रुप ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में बुधवार को घोषणा किया कि वह गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर की फैक्ट्री का निर्माण करेगा। टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने कहा कि सेमीकंडक्टर फैब के लिए बातचीत पूरी होने वाली है और 2024 में इसे शुरू करेंगे। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के यहां आयोजित 10वें एडिशन में चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह दो महीने में साणंद में लिथियम आयन बैटरी बनाने के लिए 20 गीगावॉट की गीगाफैक्टरी शुरू करने वाला है। भारत सेमीकंडक्टर के मामले में पूरी तरह दूसरे देशों से किए गए आयात पर निर्भर है। आने वाले समय में भारत में सेमीकंडक्टर की खपत जोरदार होने वाली है।
टाटा ग्रुप के लिए गुजरात बेहद अहम
खबर के मुताबिक, टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने कहा कि आर्थिक विकास के प्रभाव से जबरदस्त सामाजिक विकास भी हुआ है। गुजरात ने स्पष्ट रूप से खुद को भविष्य के प्रवेश द्वार के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि टाटा ग्रुप के लिए गुजरात एक बहुत ही विशेष स्थान है ।चंद्रशेखरन ने कहा कि हाल ही में हमने गुजरात राज्य में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताएं की हैं।
साणंद टाटा की इलेक्ट्रिक वाहनों की टेक्नोलॉजी का हब
चेयरमैन ने कहा कि साणंद हमारे सभी इलेक्ट्रिक वाहनों की टेक्नोलॉजी का हब बन रहा है। हमने अतिरिक्त क्षमता के साथ साणंद में फुटप्रिंट का विस्तार किया ताकि हम इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती मांगों को पूरा कर सकें। नटराजन चन्द्रशेखरन ने कहा कि हम C295 डिफेंस एयरक्राफ्ट भी बना रहे हैं। शुरुआत में वडोदरा में और फिर धोलेरा में और यह काम तेजी से चल रहा है। टाटा ग्रुप कई और इलेक्ट्रिक कारों पर काम कर रही है। इस साल कुछ प्रोडक्ट्स मार्केट में दस्तक दे सकते हैं। फिलहाल इलेक्ट्रिक कारों की मार्केट हिस्सेदारी के मामले में टाटा मोटर्स भारत में सबसे आगे है।
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