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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बार फिर से समन भेजा है। इस समन के मुताबिक हेमंत सोरेन को 27 से 31 जनवरी के बीच ईडी के सामने पेश होना होगा। बता दें कि इससे पहले शनिवार को भी हेमंत सोरेन से ईडी ने पूछताछ की थी। सीएम सोरेन से तब 7 घंटे तक पूछताछ की गई थी। ईडी की लंबी पूछताछ के बाद सीएम सोरेन ने दंभ भरते हुए कहा था कि मैं डरूंगा नहीं, झुकूंगा नहीं। लेकिन आज फिर से झारखंड के सीएम को एजेंसी ने 27 से 31 जनवरी के बीच में पेश होने को कहा है।
7 घंटे पूछताछ के बाद सोरेन ने दिखाए थे तेवर
बता दें कि बीते शनिवार को ईडी ने सीएम हेमेंत सोरेन से 7 घंटे पूछताछ की थी लेकिन फिर भी हेमंत सोरेन के तेवर जरा भी ढीले नहीं पड़े थे। ED के उनके घर से निकलते ही सोरेन कार्यकर्ताओं के बीच मिलने पहुंच गए और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह डरने वाले और झुकने वाले नहीं हैं। उनके परिवार ने और उनके परिवार के साथ लाखों करोड़ों आदिवासियों ने लड़कर झारखंड लिया है और वह किसी भी हाल में सत्ता झारखंड वासियों के हाथ में ही देखना चाहेंगे। इसलिए वह डरने वाले नहीं हैं। चाहे उन्हें कितना भी परेशान क्यों न कर लिया जाए।
ईडी के लगातार सात समन किए थे नजरअंदाज
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने दावा किया कि उनके खिलाफ यह एक षड्यंत्र है। ईडी के अधिकारी सोरेन के आवास पर शनिवार दोपहर एक बजे पहुंचे थे और रात करीब साढ़े आठ बजे वहां से गए। इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण पूरा इलाका किले में तब्दील हो गया। सोरेन (48) इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किए जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किए जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी।
क्या है मामला?
ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबद्ध है। मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।
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