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देवबंद: सहारनपुर पुलिस ने भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद पर हमले के चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने हमलावरों की कार भी बरामद कर ली है और अब चारों से पूछताछ की जा रही है। इस बीच चंद्रशेखर पर हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें हमलावरों की कार चंद्रशेखर की फॉर्च्यूनर को ओवरटेक करती नजर आ रही है। कल शाम को देवबंद में चार बदमाशों ने चंद्रशेखर की कार पर फायरिंग की थी जिसमें गोली उनकी कमर को छूते हुए निकल गई थी। फायरिंग करने वाले हरियाणा के रजिस्ट्रेशन नंबर एचआर 70 डी 0278 की कार में थे। अब पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि आखिर चंद्रशेखर पर फायरिंग किस मकसद से की गई।
बता दें कि देवबंद में जिस जगह चंद्रशेखर आजाद पर फायरिंग हुई वहां से पुलिस चौकी महज 50 मीटर दूर है। आखिरकर हमलावर पुलिस चौकी के पास हमला करने में कैसे कामयाब हो गए?
ताजा हेल्थ अपडेट भी आया सामने
चंद्रशेखर आजाद की हालत अभी बिलकुल ठीक है। सहारनपुर के जिला अस्पताल में आजाद का डिजिटल एक्सरे और अस्ट्रा साउंड किया गया है जिसमें मुताबिक न तो कोई गोली चंद्रशेखर के पेट के अंदर है न कोई छर्रा। फिलहाल चंद्रशेखर सहारनपुर के जिला अस्पताल में ही भर्ती हैं। रात से ही आजाद के बड़ी संख्या में समर्थकों के आने के बाद जिला अस्पताल परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
कार पर फायरिंग के बाद अंदर का हाल
भीम आर्मी ने की जेड प्लस सुरक्षा की मांग
बुधवार की रात में ही आजाद ने एक वीडियो जारी कर अपने समर्थकों को शांत रहने की सलाह दी। वीडियो संदेश में आजाद ने यह भी कहा कि उन्होंने इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने देशभर में अपने समर्थकों और शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया। दूसरी ओर, आजाद समाज पार्टी के संस्थापक सदस्य और मीडिया प्रभारी डॉक्टर अजय गौतम ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद के लिए जेड प्लस सुरक्षा की मांग करते हुए पार्टी की ओर से राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के पास एक ज्ञापन भेजा जाएगा।
क्या है पूरा मामला
देवबंद में कार सवार हमलावरों ने बुधवार को भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर फायरिंग की थी। हालांकि गोली चंद्रशेखर को छूकर निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए। चंद्रशेखर पर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की है। एंबुलेस चंद्रशेखर को लेकर देवबंद से निकली और उन्हें सहारनपुर के जिला अस्पताल में ले जाया गया। हमले के बाद चंद्रशेखर आजाद रावण ने बताया, ‘मुझे याद नहीं है लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है। उनकी गाड़ी आगे सहारनपुर की तरफ भागी। हमने यू टर्न ले लिया। हमारी गाड़ी अकेली ही थी, कुल 5 लोग थे। हमारे साथी डॉक्टर को भी शायद गोली लगी है।’
‘चंद्रशेखर आजाद रावण’ कौन हैं?
चंद्रशेखर आजाद रावण भीम आर्मी के प्रमुख हैं और दलित समाज पर उनकी पकड़ा काफी मजबूत मानी जाती है। उन्हें मायावती के बाद दलितों का दूसरे नंबर का नेता माना जाता है। उनका जन्म 3 दिसंबर 1986 को सहारनपुर स्थित घडकौली गांव में हुआ था। चंद्रशेखर ने देहरादून से कानून की पढ़ाई की और फिर राजनीति में सक्रिय हो गए। साल 2014 में चंद्रशेखर आजाद, दलित एक्टिविस्ट सतीश कुमार और विनय रतन आर्य ने भीम आर्मी की स्थापना की थी। ये संगठन बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा को मानता है और दलितों-पिछड़ों की आवाज को प्रखरता से उठाता है।
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