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देश का पहला चिप निर्माण 2024 में।
– फोटो : amarujala.com
विस्तार
केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिकी कंपनी माइक्रॉन टेक्नोलॉजी गुजरात में अपनी सेमीकंडक्टर सुविधा स्थापित करेगी। वैष्णव ने कहा कि संयंत्र से पहली मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन 18 महीनों में यानी दिसंबर 2024 में किया जाएगा। वैष्णव ने कहा कि गुजरात में माइक्रॉन टेक्नोलॉजी की ओर से स्थापित संयंत्र अत्याधुनिक होगा और भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि माइक्रॉन दुनिया भर में मोबाइल, लैपटॉप, सर्वर, रक्षा उपकरण, कैमरा, इलेक्ट्रिक वाहन, ट्रेन, कार और दूरसंचार उपकरणों में उपयोग में होने वाले सेमीकंडक्टर का निर्माण करने वाली पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी है।
पिछले चार दशकों से देश में सेमीकंडक्टर चिप विकसित करने की हो रही कोशिश
वैष्णव ने आगे कहा कि देश ने पिछले चार दशकों में सेमीकंडक्टर तकनीक विकसित करने का प्रयास किया है। इससे करीब दो दिन पहले सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि माइक्रॉन द्वारा भारत में संयंत्र स्थापित करने के लिए ताजा निवेश प्रस्ताव से भारत में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहन मिलेगा। चंद्रशेखर ने कहा कि इससे 5,000 प्रत्यक्ष नौकरियां और 500 नई हाई-एंड इंजीनियरिंग नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने कहा, “पिछले 18 महीनों में, भारत ने सेमीकंडक्टर उद्योग में काफी प्रगति की है। अमेरिकी कंपनियों की घोषणाओं से भारत में स्टार्टअप को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी।”
पीएम मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान माइक्रॉन टेक्नोलॉजी के सीईओ से मिले
बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय अमेरिका यात्रा के दौरान माइक्रॉन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा से मुलाकात की थी और उन्हें भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया था। जिसके कुछ घंटों बाद माइक्रॉन ने 82.5 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ गुजरात में एक नई असेंबली और परीक्षण सुविधा बनाने की अपनी योजना की घोषणा की। इस सुविधा का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करना है। माइक्रॉन ने कहा कि नई असेंबली और परीक्षण सुविधा का निर्माण 2023 में चरणों में शुरू होने की संभावना है। 5,00,000 वर्ग फुट जगह के साथ परियोजना का पहला चरण 2024 के अंत में चालू हो जाएगा।
देश के पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र में केंद्र, राज्य और माइक्रॉन टेक्नोलॉजी करेगी संयुक्त निवेश
कंपनी ने कहा कि उसे भारत सरकार से कुल परियोजना लागत के लिए 50 प्रतिशत राजकोषीय सहायता और गुजरात सरकार से कुल परियोजना लागत का 20 प्रतिशत प्रोत्साहन मिलेगा। माइक्रॉन ने आगे कहा कि दोनों चरणों में कंपनी और दो सरकारी संस्थाओं की ओर से कुल संयुक्त निवेश कुल 2.75 बिलियन डॉलर होगा।
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