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इंफाल: मणिपुर में पिछले 2 महीने से भी ज्यादा समय से हिंसा हो रही है। अब तक 150 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसे देखकर मानवता भी शर्मसार हो गई। पूरा देश गुस्से में आ गया। इसके बाद इंडिया टीवी के डिफेंस एडिटर मनीष प्रसाद ने इस घटना के एक चश्मदीद से बातचीत की. पेश है बातचीत का अंश-
रिपोर्टर –
सर मैं ये जानना चाह रहा था कि ये वो घटना क्या हुई थी? कैसे हुई थी। मैंने आपकी कंप्लेंट देखी। वो हालात क्या थे?
चश्मदीद –
हम लोग 3 तारीख की रात को जो ये लोग हमला शुरू किया था, लेकिन सुबह हमलोगों ने कुछ लोग ग्राम पंचायत का मेंबर प्रधान लोग आकर हमलोग कल जो चुराचंदपुर में हंगामा हुआ है उसको हमलोग तो इधर के रहने वाले एकसाथ बैठे हुए थे, peace कमेटी बनाएंगे बोलकर के ये लोग आए। मेरे घर में बैठा तभी उसके बाद हमारे गांव से 2 किलोमीटर पुलिस स्टेशन है, वहां इनको सूचना गई रात को आए फिर इन्होंने एक-दो मकान जला दिए थे। ये लोग हमारे पक्ष में नहीं थे। ये मैतेई लोगों के पक्ष में हो गए थे। पुलिस तीन किलोमीटर दूरी पर है हमारे गांव से। इनको भी सूचना दी लेकिन इनको ऊपर से कोई परमिशन नहीं थी। कहा कि आपकी रक्षा नहीं कर पाएंगे। ये बता रहा था तो जब वापस आए तो ये लोग घर-मकान जलाना शुरू कर दिया और ये लोग औरत जो लड़की है बाप-बेटा जो है उसको जान से मार दिया और ये दो-तीन औरत जो है उसको लेकर के चले गए और ये दो औरत जो है इन लोगों ने कपड़े उतारकर *&*%& करके घेर
करके इनके साथ गलत किया।
रिपोर्टर –
उस समय ये कहां पर आए थे और कितने लोग थे? आप कह रहे हैं आरामबाई और जो मैतेई लोग थे कितने कुल मिलाकर लोग थे और इन लोगों को कैसे पकड़ा उन्होंने?
चश्मदीद –
जहां पर, जो ऊपर से मेरा गांव से थोड़ा ऊपर साइड से घर जलाना शुरू किया तो इनके पहुंचने से पहले हमलोग जो मेरे गांव के नजदीक के गांव में उधर जंगल है वहां पर छिप कर बैठे। इनको दिखाई नहीं दिया। इन लोगों ने ऊपर से घर जलाकर आने के बाद जो जानवर को भगाभगा कर मार रहे थे। भेड़ बकरी जो है उन्हें भी भगाकर मार रहे थे तो वो जान बचाकर जंगल की तरफ भागे तभी वो छिपने की जगह पर पहुंच गए तो वहां ये छिपे हुए लोग मिल गए।
रिपोर्टर –
उस समय कौन कौन थे? इन सभी लोगों के साथ जो कि वीडियो में दिखाई दे रही हैं। उनके साथ साथ और कौन कौन था किन-किन को मारा। क्या रोकने की कोशिश भी की थी बाकी लोगों ने?
चश्मदीद –
कोई रोकने की कोशिश नहीं की। दो बाप-बेटा और जो एक लड़की को जो रेप किया है और ये एक औरत थी और मैं भी उधर ही उसी जगह पर छिपकर बैठा था उसके साथ पकड़ा और अलग से लेकर के गया है। और ये जो बाप-बेटा मार दिया था जान से उसकी लड़की ही है जो इन लोगों ने कपड़ा उतार के और एक जो है मेरी बीबी है। उसको कपड़ा उतार कर और घेरकर ऐसे किया है। एक औरत जो है साइड से निकल गया।
रिपोर्टर –
उस समय जो ये बच्ची थी जो लड़की जिसके साथ ये किया उन्होंने वो वीडियो में भी दिख रहा है। ये कौन सी जगह पर ये वीडियो बना है। किस जगह पर बना है कहां पर है ये एरिया?
चश्मदीद –
ये लोग कैसे वीडियो बनाया है हमलोग को मालूम नहीं है लेकिन जिस समय पर जो डर के मारे ये औरत लोग जो लड़की लोग है इनके कपड़े उतारने लगे और मेरे गांव से दूर नहीं है। एक मैतेई गांव का है एकदम नजदीक में ही है।
रिपोर्टर –
ये कौन सा मैतेई गांव है उसके साथ में?
चश्मदीद –
उसमें तौवबुल के नजदीक में है मेरे गांव से खास दूर नहीं है।
रिपोर्टर –
आपने पुलिस कंप्लेंट कब दी? क्योंकि जब ये वीडियो बना तो कई जगह वायरल हुआ। आपलोगों के पास भी आ गया होगा उस समय? आपने पुलिस कंप्लेंट नहीं दी क्या पुलिस को बताया नहीं कि आप तो गांव के प्रधान हैं आपने उस समय बताया नहीं कि ऐसा किया इनलोगों ने आकर?
चश्मदीद –
ये जो है इसकी पहले सूचना दी हुई थी 3 तारीख की रात को ही सूचना दी हुई है इनको रिपोर्ट किया हुआ है मैंने पुलिस को रिपोर्ट दिया हुआ है और ये लोग आया है रात को जो मकान जला दिया था उसमें ये लोग ने पुलिस वाला जो बीच में खड़ा हो गया और अपना मैतेई पार्टी को पक्ष में हो गया। लेकिन सुबह ये लोग दिन को जब जलाना शुरू किया इस समय पर पहले सुबह आया था हमारे घर, गांव के आसपास में जब ऊपर से जो एक-दो मकान जला दिया गांव जलाने के वक्त पुलिस वाला वहां से छोड़कर पुलिस स्टेशन में चला गया।
रिपोर्टर –
तो पुलिस ने उन लोगों की साइड ली? आप लोगों के लिए कुछ नहीं किया, रोका नहीं इन लोगों को जब ये घर जला रहे थे या फिर इस महिला के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे थे?
चश्मदीद-
हमने रोका। आए थे सर रात को आए थे, सुबह जब जलाने से पहले आया था और रात को जब जलाया था तो नाम के लिए आए हैं लेकिन इन लोगों ने नहीं रोका। ये लोग मुंह से तो बोल रहे लेकिन किसी को नहीं रोका।
रिपोर्टर –
और जब ये लड़कियों के साथ हो रहा था ये वीडियो बन रहा था ऐसे ये गैंगरेप कर रहे थे तो उस समय नहीं रोका ये पुलिसवालों ने या पुलिसवालों को ये पता नहीं लगा? लेकिन जब आपने शिकायत की तो उन्होंने कार्रवाई की।
चश्मदीद –
जिस 4 तारीख को जो घर जलाना शुरू किया पहाड़ी का उधर से दो-तीन गांव के बाद जो हमारे गांव का जो बाप बेटे-मरे हैं और जो ये बलात्कार किया है उसमें जिनको &^%$$% करके ये लोग घुमा रहे हैं वो हमारे गांव के हैं। ये लोग उस टाइम पर पुलिस वाले को कॉल किया तो वो मौजूद नहीं थे मगर ये लोग सुबह पुलिसवाला हमारे गांव के नजदीक में थे वो छोड़कर पुलिस स्टेशन में पहुंच चुके थे।
रिपोर्टर –
मतलब पुलिस भाग गई और पुलिस ने इनके साथ कोई मुकाबला नहीं किया?
चश्मदीद –
हां पुलिस भाग गई थी।
रिपोर्टर –
इन लड़कियों के साथ इन महिलाओं के साथ किसने ये दुर्व्यवहार किया। किसने इनको कपड़े उतारने के लिए या किसने इनके साथ जबरदस्ती की और गैंगरेप किया, मारा-पीटा इन लोगों को जब इनके भाई ने कोशिश की इन लोगों को बचाने की तो उसको भी मार दिया।
चश्मदीद –
हां हां भाई को भी मार दिया, उसके पिताजी को भी मार दिया है। ये लोग बहुत ज्यादा आदमी थे और पूरे आसपास के गांव के जो जवान लोग हैं। ये लोग ही था ये मैतेई पार्टी, आरामबाई सेंगोल और ये मैतेई लिपुन भी कुछ था और आसपास के जितने जो आदमी लोग है 1000-2000 के लगभग थे कौन कैसे थे पूरा एकदम।
रिपोर्टर-
आप इनमें से किसी को पहचानते हैं? आप इनमें से किसी को पहचानते हैं जो ये काम कर रहे थे?
चश्मदीद-
ये जो आदमी थे इनको तो ऐसे कर रहे थे इनकी शक्ल नहीं पहचान सकते हैं लेकिन ये करने वाला इसको देखेंगे तो वो वीडियो में हो सकता है देखेंगे तो पहचान भी सकते हैं नहीं तो कोई दूर होगा तो पहचान नहीं पाऊंगा कोई नजदीक वाला होगा तो पहचान लूंगा मैं भी अलग चला गया था।
रिपोर्टर-
इन बच्चियों के साथ क्या हुआ? इन महिलाओं के साथ क्या हुआ जो आप बता रहे हैं कि उनकी पत्नी थी उनकी बेटी और एक और महिला थी इनके साथ क्या हुआ था वीडियो में दिख रहा है कि इनके साथ बहुत ज्यादा दुर्व्यवहार किया जा रहा है गैंगरेप किया जा रहा है।
चश्मदीद-
मेरी बीबी जो कपड़ा उतरने लगा ये लोग डर के मारे कपड़ा नहीं उतारते तो उन्होंने कहा जान से मारेंगे। तो डरकर इन्होंने कपड़े उतारे और एक लड़की
को भी ऐसे किया है और ये पूरा घेर कर दूर से मैं कौन क्या कर रहा है कोई आदमी नहीं पहचानता है लेडीज लोग भी इतना डर के मारे कौन कौन ये किया है लेकिन ऐसे घेरकर रखा हुआ था बहुत ज्यादा आदमी था।
रिपोर्टर-
तो क्या हालत है इस समय आप लोगों की इस समय क्या आपकी कंप्लेंट पर कोई कारवाई हुई अभी तक।।। SP जो हैं उनसे आपने बातचीत की कितनी तारीख को आपने कम्पलेन दी थी। उसके बाद FIR कब रजिस्टर्ड हुई
चश्मदीद-
अभी हम लोग मैदान के पुलिस स्टेशन में थे। जो मैतई के बीच में है इसलिए हम लोग रिपोर्ट नहीं लिखवा पाएं। हम अपनी जान बचाने के लिए भागे और एकदम नजदीक वाला पहाड़ी वाले गांव में दूर – दूर तक भागे। मुश्किल से हम लोग जान बचाकर चुराचंदपुर पहुंचे हैं।
रिपोर्टर-
और लड़ाई-झगड़ा भी हुआ होगा उस समय?
चश्मदीद-
लड़ाई-झगड़ा क्या। ये लोग तो ज्यादा ही है। हम लोग कहां से लड़ाई करेंगे, वो तो भाई बचाने के लिए गया था। उसको जान से मार दिया। ये लोग हजार के ऊपर है।
रिपोर्टर-
इनके पास कैसे हथियार थे। कौन कौन से हथियार थे इनके पास?
चश्मदीद-
बंदूक भी थी लाठी भी थे और हथियार भी थे।
रिपोर्टर-
और आपकी बीबी के साथ इन्होंने दुर्व्यहार किया या फिर उसी लड़की के साथ किया जिसको वीडियो में दिख रहा है कि ज्यादा सबलोग लेकर जा रहे हैं और उसके बाद गलत काम कर रहे हैं।
चश्मदीद-
ये लोग जो है हमलोग शुरू शुरू में इकट्ठा पकड़े गए थे उसी जगह से अलग अलग से लेकर गए थे हमलोग बीच में जो औरत लोग है दो-तीन औरत लोग है या अलग अलग से लेकर गया जो मेरी बीबी है उसको कपड़ा उतार दिया जो लड़की है उसका भी कपड़ा उतार दिया उस टाइम भाई लोग बचाने के लिए जो लड़की है उसके पिताजी को जान से मार दिया
रिपोर्टर-
आप मणिपुर में पले-बढ़े हैं, आपका पूरा जीवन यहीं गुजर गया, अब ऐसी हालत है मणिपुर की
चश्मदीद-
ऐसे इतना दुख लगा है कभी सपने में भी सोचा नहीं ऐसा होगा लेकिन बहुत दुख के साथ कहना पड़ा ऐसे एक असुर जैसा बदला जो कभी सोचा भी नहीं ऐसा हमला जान पर हमला हुआ लड़की लोग पर ऐसे कपड़े उतारा जो कि जानवर की तरह बहुत दुख हुआ है इसमें मैं चाहता हूं ऐसे तो हमलोग कुकी लोग हमलोग ट्राइबल हैं। मैतेई संख्या ज्यादा है इनके साथ रहने के लिए तो जीना मुश्किल हो जाएगा इसीलिए हमलोग अलग अलग से रहने के लिए सरकार सेल्फ डिक्लेयर करके फैसला करना चाहिए।
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