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पलक झपकते ही ‘देव दूत’ बनकर पहुंच जाती हैं भारतीय सेना
– फोटो : अमर उजाला
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भारतीय सेना, सीमाओं की रक्षा करते हुए, विशेषकर सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है। जबकि राज्य नागरिक प्रशासन और पर्यटन विभाग सिक्किम के संरक्षित सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही को नियंत्रित करता है। खासकर आपातकाल के समय में भारतीय सेना अपनी उपस्थिति के आधार पर नागरिक प्रशासन और पर्यटकों को किसी भी सहायता के लिए हमेशा तैयार रहती है। जब भारी बर्फबारी में लोग फंस जाते हैं, तो तुरंत भारतीय सेना अपनी जान दांव पर लगाकर भगवान के दूत बन कर ममद को पहुंच जाते हैं। ऐसे मौकों पर लोग भारतीय सेना को भगवान का दूसरा रूप मानने लगते हैं। भारतीय सेना हर मौसम में, हर स्थिति में पर्यटकों की स्वास्थ्य का भी ध्यान रखती है।
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