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हाफ सेंचुरी मारते ईशान किशन
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
एशिया कप में भारतीय क्रिकेट टीम का टॉप आर्डर लड़खड़ाया और सौ रनों के पहले चार महत्वपूर्ण विकेट निकल गए तो बिहार के लोगों ने ईशान किशन से उम्मीदें बांध ली। बिहार के लाल ईशान उम्मीदों पर खरे भी उतरे। उन्होंने जैसे ही हाफ सेंचुरी ठोकी और भारतीय टीम को सम्मानजक स्कोर की ओर ले जाने में हार्दिक पांड्या के साथ क्रिज पर जमे दिखे तो हर शॉट पर बिहार में जश्न का माहौल रहा। पटना में ईशान के प्रणव पांडे के मोबाइल पर लगातार बधाइयों के मैसेज आने लगे। 59 के स्कोर पर ईशान के छक्के से तो मानो पूरा बिहार उछल पड़ा। 82 रनों के स्कोर पर ईशान का विकेट गिरा तो सेंचुरी से उनके चूकने पर सभी निराश भी हुए, लेकिन पाकिस्तानी टीम के साथ लड़खड़ाती भारतीय पारी को संभालने पर सभी गौरवान्वित दिखे।
शिक्षक ने निकाल दिया था स्कूल से
ईशान किशन बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने थे। ईशान किशन के बचपन के मित्र यशस्वी सिंह का कहना है कि क्रिकेट के प्रति उनका गजब का जुनून था। उन्होंने कहा कि मैंने ईशान के जैसा क्रिकेट का दीवाना दूसरा नहीं देखा। ईशान का क्रिकेट के प्रति अगाध प्रेम की वजह से वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे, और इसी वजह से वे पढ़ाई में पीछे हो गए थे। एक बार उनके शिक्षक ने स्पष्ट रूप से यह कह दिया था कि पढ़ाई और क्रिकेट दोनों एकसाथ नहीं चल सकता है, इसलिए तुम्हें दोनों में से किसी एक को चुनना होगा। तब ईशान ने शिक्षक को जवाब दिया था कि मैं क्रिकेट के लिए पढ़ाई भी छोड़ सकता हूं। ईशान के इस जवाब की वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था।
7 साल की उम्र में पकड़ा था बल्ला
ईशान के संबंध में उनके पिता का कहना है कि ईशान को बचपन से ही क्रिकेट से काफी लगाव था। ईशान के पिता ने बताया कि ईशान 7 साल की उम्र में ही बल्ला पकड़ने वाले बेहतरीन विकेट कीपर और बैट्समैन बन गये थे। उन्होंने बताया कि ईशान झारखंड की ओर से रणजी खेलते थे।
जानिए ईशान किशन को
क्रिकेट के क्षेत्र में ईशान किशन आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। यह मूल रूप से बिहार के नवादा जिला के रहने वाले हैं। ईशान किशन प्रसिद्ध डॉक्टर सावित्री शर्मा के पौत्र हैं। ईशान के पिता प्रणव पांडेय और मां सुचित्रा सिन्हा हैं। ईशान ने DPS पटना से स्कूलिंग और पटना कॉमर्स कॉलेज से स्नातक किया। ईशान बचपन से ही अपने परिवार के साथ पटना के बेली रोड स्थित आशियाना में रहते थे।
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