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Doda Accident
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जम्मू-कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े सड़क हादसे में 39 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। घायलों में चार की हालत गंभीर है। हादसा किश्तवाड़-जम्मू हाईवे पर डोडा जिले के अस्सर के पास बुधवार को सुबह उस वक्त हुआ जब किश्तवाड़ से जम्मू आ रही सवारियों से भरी बस 300 फुट नीचे पुराने जम्मू-किश्तवाड़ हाईवे की सड़क पर गिर गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों को दो लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपये सहायता देने की घोषणा की है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों को पांच लाख तथा घायलों को एक लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इससे पहले 2019 में किश्तवाड़ के संगवारी इलाके में मिनी बस के खाई में गिरने से 35 की मौत व 17 घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि सुबह सवारियों से भरी बस (नंबर जेके02 सीएन 6555) किश्तवाड़ से जम्मू के लिए चली थी। सुबह 11.50 बजे यह बस अस्सर के त्रंगल पुल के पास पहुंची और वहां एक तीखे मोड़ पर 300 फीट नीचे सड़क पर जा गिरी। जिस वक्त यह हादसा हुआ उसमें 55 यात्री सवार थे। दुर्घटनास्थल पर ही 36 सवारियों की मौत हो गई, जबकि 19 घायलों को स्थानीय निवासियों, पुलिस तथा सेना की मदद से मौके से निकाला गया। इनमें गंभीर रूप से घायल छह लोगों को एयरलिफ्ट कर सरकारी मेडिकल कॉलेज जम्मू व डोडा रेफर किया गया। जम्मू में दो घायलों की मौत हो गई। एक घायल को जम्मू लाते समय उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार यह बस जर्जर थी और इसमें क्षमता से अधिक सवारी थे। इसी वजह से यह दुर्घटना हुई।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तत्काल स्थानीय लोग पहुंच गए। पुलिस, सेना, एसडीआरएफ तथा अर्धसैनिक बलों के जवान भी मौके पर डट गए। तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। बस में फंसे यात्रियों को निकाला गया। घायलों का पास के अस्पताल में इलाज कराया गया। छह गंभीर घायलों में चार को एयरलिफ्ट कर जम्मू लाया गया। मरने वालों में 37 की शिनाख्त हो चुकी है। दो की फिलहाल शिनाख्त नहीं हो पाई है। मरने वालों में से तीन बिहार, तीन छत्तीसगढ़, दो उत्तर प्रदेश तथा शेष डोडा, किश्तवाड़,कठुआ, रामबन व जम्मू के थे। मरने वालों में नौ महिलाएं भी शामिल हैं।
भयानक मंजर, बस काटकर निकाले शव
दुर्घटनास्थल पर भयानक मंजर था। चारों ओर हादसे में मारे गए लोगों की लाशें बिखरीं पड़ी थी। खून से पूरा इलाका लाल हो गया था। घायलों की चीख पुकार पूरे इलाके में गूंज रही थी। घायलों की हालत इतनी गंभीर है कि वे घटना के बारे में कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं। 300 फीट नीचे गिरने से बस के परखच्चे उड़ गए थे। कई शवों को बस काटकर निकालना पड़ा। कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिनकी पहचान करने में मुश्किलें आ रही थीं।
हादसे में चालक की भी मौत
हादसे में बस चालक व खलासी की भी मौत हो गई। चालक शकील अहमद डोडा का रहने वाला था। बस का मालिक अब्दुल क्यूम बोंजवाह का रहने वाला है। जबकि खलासी रंगील सिंह किश्तवाड़ के पाडर के रहने वाले थे।
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