[ad_1]
चीनी कर्मचारी
– फोटो : Agency (File Photo)
विस्तार
पाकिस्तान में रह रहे चीन के अधिकारियों के घूमने-फिरने पर एक तरह से ब्रेक लगा दिया गया है। दरअसल ये फैसला पाकिस्तान में लगातार सैनिकों पर हो रहे हमले और उसके बाद बदले हालातों के चलते लिया गया है। बताया यही जा रहा है कि पाकिस्तान के भीतर चीनी अधिकारियों के आने जाने पर लगाई गई रोक से उनके कई प्रोजेक्ट का प्रभावित होना तय माना जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के भीतर चीन की ओर से चलाए जा रहे कई प्रोजेक्ट पाकिस्तान के बदहाल हालातों के चलते प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तान में लगातार हो रही सैनिकों की हत्याओं के बाद चीन की ओर से ऐसे आदेश जारी किए गए, जिसमें उनके अधिकारियों को बेवजह बाहर निकालने के लिए मना किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले सप्ताह से पाकिस्तान के भीतर बदहाल हालातों से चीनी अधिकारी और कर्मचारी लगातार प्रभावित हो रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक चीन के भीतर चल रहे कई प्रोजेक्ट्स में चीन के सैकड़ों अधिकारी और उनके सुरक्षाकर्मी भी मौजूद हैं।
सूत्रों का कहना है कि बीते कुछ दिनों में जिस तरीके से चीन में लगातार सैनिकों की हत्याएं हो रही हैं, उसके मद्देनजर ही चीनी अधिकारियों ने इस तरह के कदम उठाए हैं। दरअसल चीन की ओर से पाकिस्तान में कई प्रोजेक्ट, जिसमें बॉर्डर सड़क प्रोजेक्ट से लेकर उनके एयरपोर्ट और बंदरगाह के निर्माण का काम चल रहा है। इन सभी प्रोजेक्ट्स में पाकिस्तान के भीतर स्थानीय नागरिक न सिर्फ विरोध कर रहे हैं, बल्कि पिछले साल हमले में चीन के कुछ कर्मचारियों की मौत भी हो गई थी। यही वजह है कि चीन ने पाकिस्तान में अपने मौजूद कर्मचारियों अधिकारियों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं।
जानकारी के मुताबिक इन्हीं हालात को देखते हुए चीन की सरकार ने अपने अधिकारियों की सुरक्षा के लिए यह बड़े कदम उठाए हैं। मालूम हो कि बीते कुछ समय में तकरीबन ढाई दर्जन से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों की अलग-अलग हमले में हत्याएं की गई हैं। उसके बाद वहां पर काम कर रहे विदेशी अधिकारियों को धमकियां भी मिल रही हैं। इसमें स्थानीय नागरिकों के अलावा हमला करने वाले संगठन की ओर से भी धमकियां के मिलने की जानकारियां सामने आ रही हैं।
रक्षा मामलों से जुड़े विशेषज्ञ रिटायर्ड कर्नल दीपक आहूजा कहते हैं कि निश्चित तौर पर पाकिस्तान के भीतर चीनी अधिकारियों के बाहर न निकलने का सीधा असर उनके प्रोजेक्ट पर पड़ेगा। क्योंकि जो आदेश चीन के अधिकारियों के लिए दिए गए हैं, उनमें इंजीनियर से लेकर सुपरवाइजर और तमाम उन टेक्निकल स्टाफ को भी शामिल किया गया है, जो पाकिस्तान के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रहे थे। कर्नल दीपक कहते हैं कि बीते कुछ समय से पाकिस्तान के भीतर रह रहे चीन के इन कर्मचारियों का अंदरूनी तौर पर बड़ा विरोध भी हो रहा है।
[ad_2]
Add Comment