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मीनाक्षी लेखी- सीताराम येचुरी
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई लोगों को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को भी आमंत्रित किया गया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। वहीं दूसरी ओर, सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन में शामिल होने के लिए मिलने वाले आमंत्रण को ठुकरा दिया है। मंगलवार को सीपीआई(एम) ने बयान में कहा कि धर्म एक निजी पसंद है।
सीपीआई(एम) ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
सीपीआई(एम) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट साझा करते हुए कहा कि हमारी नीति धार्मिक मान्यताओं और प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वास को आगे बढ़ाने के अधिकार का सम्मान करना है। धर्म एक निजी पसंद है, जिसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। पार्टी के नेता सीताराम येचुरी समारोह में शामिल नहीं होंगे। बता दें सीताराम येचुरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है।
धार्मिक समारोह को सरकारी कार्यक्रम में बदल दिया- येचुरी
सीपीआई(एम) पार्टी ने पोस्ट में कहा कि यह दुखद है कि भाजपा और आरएसएस ने धार्मिक समारोह को सरकारी प्रायोजित कार्यक्रम में बदल दिया है, जहां प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य शामिल होंगे। पार्टी ने पोस्ट में कहा कि भारत में शासन का एक बुनियादी सिद्धांत है। सुप्रीम कोर्ट ने दोहराया है, देश का कोई धार्मिक जुड़ाव नहीं होता है। कार्यक्रम के आयोजन से शासन द्वारा उल्लंघन किया जा रहा है।
मीनाक्षी लेखी ने सीताराम येचुरी पर कसा तंज
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी के शामिल होने से इनकार करने के बाद भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने उन पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सभी को आमंत्रण भेज दिए गए हैं, जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है, वे ही शामिल होंगे।
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