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भारत में ड्रोन विकसित करने में मदद करेगा अमेरिका।
– फोटो : पीटीआई (फाइल)
विस्तार
अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत को 3.99 अरब डॉलर की अनुमानत लाग पर MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन और अन्य उपकरणों की सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का फैसला लिया है।
अमेरिका के साथ 3.99 अरब डॉलर का सौदा
खबरों के मुताबिक, भारत और अमेरिका ने 31 MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन का सौदा किया है। इसे आमतौर पर MQ-9B प्रीडेटर यूएवी ड्रोन के रूप में भी जाना जाता है। यह सौदा 3.99 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है।
कांग्रेस ने सौदे पर खड़े किए सवाल
इससे पहले, कांग्रेस ने फ्रांस के साथ हुए राफेल लड़ाकू विमान सौदे की ही तरह भारत और अमेरिका के बीच प्रीडेटर ड्रोन सौदे पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बुधवार को आरोप लगाया था कि अमेरिका ने दूसरे देशों को यही ड्रोन बहुत कम कीमत पर बेचा है। भारत को अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी प्रीडेटर ड्रोन सौदे में पूर्ण पारदर्शिता की मांग करती है।
विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
वहीं, इस सौदे पर एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मुद्दे का संबंध अमेरिकी पक्ष से है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के मुताबिक, अमेरिका ड्रोन डील को अंतिम रूप देने से पहले अपने देश से जुड़े तमाम आंतरिक पहलुओं पर मंथन कर रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रोन सौदा मामले में भारत अमेरिकी रूख का पर्याप्त सम्मान करता है।
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