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आगे अकरम ने कहा, यह सबकुछ अहम की वजह से होता है, अगर जो आपको परिस्थिति की समझ है तो फिर इसको लेकर बात कीजिए, जो भी कहना है बोलिए लेकिन साथ में बातों को भूलकर आगे बढ़ना भी सीखना होगा. ऐसी बातों को कहने का कोई मतलब नहीं बनता कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो है, वैसा करेंगे. इस बात पर अच्छे से निर्णय कर लीजिए कि जो बात आप रख रहे हैं इस पर टिके रह पाएंगे या नहीं. – AP
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