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नई दिल्ली. भारत के लिए 16 टेस्ट मैच खेल चुके हनुमा विहारी इन दिनों विवादों में हैं. यह सारा विवाद आंध्र क्रिकेट टीम की कप्तानी से जुड़ा है. 30 साल के हनुमा विहारी ने पिछले दिनों दावा किया था कि बोर्ड ने राजनीतिक कारणों से उन्हें कप्तानी छोड़ने को कहा था. इससे नाराज आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) ने हनुमा विहारी को कारण बताओ नोटिस भेज दिया.
आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने हनुमा विहारी को 25 मार्च को नोटिस भेजा था. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बोर्ड के अधिकारी के हवाले से दावा किया कि हनुमा विहारी ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है. हनुमा विहारी ने जवाब नहीं देने के इस दावे को गलत बताया है.
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हनुमा विहारी के मुताबिक उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वे अब आंध्र की टीम से फिर से नहीं खेलेंगे. विहारी ने क्रिकइन्फो से कहा,’ मैं अब दूसरी टीम से खेलना चाहता हूं. मैंने इसके लिए आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन से नो ऑब्जेक्शन सर्टीफिकेट (एनओसी) मांगी है. मैं अब भी उसके जवाब का इंतजार कर रहा हूं.’
‘राजनीति’ की वजह से छोड़ी कप्तानी
हनुमा विहारी ने इस साल घरेलू सीजन शुरू होते ही आंध्र की कप्तानी छोड़ दी थी. उन्होंने पहले इसकी वजह निजी बताई थी. लेकिन रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में हार के बाद हनुमा विहारी ने बड़ा धमाका किया. उन्होंने दावा कि उन्हें पद छोड़ने को कहा गया था. वह भी राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से.
‘संकटमोचक’ की छवि बनाई
30 साल के हनुमा विहारी भारत के लिए 16 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उन्होंने इस छोटे से करियर में ही ‘संकटमोचक’ की छवि बना ली थी. हालांकि, चोट और टीम कॉम्बिनेशन के चलते वे टीम इंडिया से जगह गंवा बैठे. अब हनुमा विहारी भारतीय टीम में वापसी की कोशिश में जुटे हैं.
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Tags: Hanuma vihari, Indian Cricket Team, Ranji Trophy
FIRST PUBLISHED : March 28, 2024, 17:42 IST
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