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नई दिल्ली. वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप 2023 से बाहर हो गया है. क्रिकेट जगत के लिए इससे ज्यादा हैरान करने वाली शायद ही कोई खबर हो. जिस वेस्टइंडीज ने तकरीबन तीन दशक तक वर्ल्ड क्रिकेट पर राज किया. जिस वेस्टइंडीज ने क्रिकेट के पहले दो वर्ल्ड कप जीते. पहले 1975 में और फिर 1979 में. वर्ल्ड कप 1983 में भी वह फाइनल पहुंचा. लेकिन कैरेबियन टीम का सिर्फ वनडे वर्ल्ड कप पर ही दबदबा नहीं रहा है. उसने दो बार टी20 वर्ल्ड कप भी जीते हैं. जब बात वर्ल्ड कप की होती है तो ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे कामयाब टीम में दूसरा नाम वेस्टइंडीज का ही आता है.
भारत में होने वाले वर्ल्ड कप 2023 में खेलने के लिए वेस्टइंडीज को आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप क्वालिफायर में उतरना पड़ा. कभी दिग्गजों में शुमार वेस्टइंडीज का इस टूर्नामेंट में बेहद खराब प्रदर्शन रहा. उसे पहले मेजबान जिम्बाब्वे और फिर नीदरलैंड्स ने हराया. इन हार के बावजूद वेस्टइंडीज ने आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप क्वालिफायर के सुपर सिक्स में तो जगह बना ली. लेकिन यहां भी उसका लचर प्रदर्शन जारी रहा. इस बार नौसिखिया टीमों में शुमार स्कॉटलैंड ने वेस्टइंडीज को हरा दिया. वेस्टइंडीज की यही हार वर्ल्ड कप 2023 के उसके सपने के लिए आखिरी कील साबित हुई. स्कॉटलैंड से हार ने वेस्टइंडीज का वर्ल्ड कप 2023 में खेलने का सपना तोड़ दिया.
आखिर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को क्या हुआ. आखिर कहां पीछे रह गया कैरेबियन क्रिकेट. अगर जल्दी ही इन सवालों के जवाब नहीं ढूंढ़े गए तो वर्ल्ड क्रिकेट को बड़ा नुकसान होने वाला है. सिर्फ वेस्टइंडीज के गौरवशाली इतिहास की बात नहीं है. बात क्रिकेट की भी है. यह सही है कि क्रिकेट आगे बढ़ता जाएगा. हर कुछ साल में नई टीमें आएंगी और अपना इतिहास बनाएंगी. लेकिन वेस्टइंडीज के बिना वर्ल्ड कप जैसे इवेंट की कल्पना भी कठिन थी. हालांकि, अब यह कल्पना नहीं, एक सच है, जो इस साल 5 अक्टूबर से होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में देखने को मिलेगी.
अगर 1970 और 1980 का दशक वेस्टइंडीज क्रिकेट का स्वर्ण काल है, तो 1990 का दशक इसके नीचे जाने की गवाही देता है. जिस टीम से पहले 3 वर्ल्ड कप में विरोधी टीमें दहशत खाती थीं. वह अगले 9 वर्ल्ड कप में एक बार भी फाइनल जगह नहीं बना सकी. और अब वह वर्ल्ड कप से बाहर ही हो गई है.
वेस्टइंडीज क्रिकेट की नीचे जाने की यूं तो कई कारण हैं और कई कहानियां है. लेकिन हम इसके 3 मुख्य कारण इन्हें मान सकते हैं.
1. टीम के सलेक्शन में हुई गड़बड़ियां
वेस्टइंडीज क्रिकेट के बारे में एक बार 2000 के दशक से ही कही जा रही है कि इसका बोर्ड खिलाड़ियों को मैनेज नहीं कर पा रहा है. खिलाड़ियों के चयन में अक्सर भेदभाव की बात उठती. यदि कोई क्रिकेट अधिक सुविधाओं या पैसों की मांग कर लेता तो उसे टीम से बाहर कर दिया जाता. कई बार देखा गया कि टीम के स्टार क्रिकेटर सिर्फ इसलिए टीम में शामिल नहीं हैं क्योंकि उन्होंने सलेक्शन कमेटी या किसी बड़े खिलाड़ी के खिलाफ बयान दे दिया था. पहले ऐसा किसी एक खिलाड़ी के साथ हुआ. फिर यह पूर ग्रुप के साथ होने लगा. नतीजा स्टार क्रिकेटर भी बार्ड के प्रति उतने वफादार नहीं रहे, जितनी उम्मीद की जाती है.
2. नए खिलाड़ियों को तलाशने में कमी
खेल या टीम कोई भी हो, उसे हमेशा अपने भविष्य की तैयारी रखनी होती है. दूरदृष्टि के हिसाब से फैसले लेने होते हैं. वेस्टइंडीज क्रिकेट में इसका अभाव दिखा. वहां घरेलू क्रिकेट लगातार कमजोर होता गया. इसका नतीजा भी सामने आता रहा और अब वर्ल्ड कप से बाहर होना वेस्टइंडीज के क्रिकेट की कब्र में आखिरी कील साबित हो गया है.
3. टी20 क्रिकेट लीग का प्रसार
टी20 क्रिकेट और इसकी लीग कई देशों के लिए वरदान साबित हो रही हैं. इससे उन्हें वर्ल्ड क्रिकेट में अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिला है. लेकिन वेस्टइंडीज क्रिकेट के साथ इसका उलटा हुआ है. वेस्टइंडीज क्रिकेट में पहले से ही असंतोष की गहरें जड़ें थीं. टी20 लीग की कामयाबी ने ऐसे खिलाड़ियों को मंच दे दिया, जो अपनी टीम से खफा थे. वेस्टइंडीज क्रिकेट इसका बड़ा सबूत है. आज हम वेस्टइंडीज के जिन बड़े क्रिकेटरों का नाम उंगलियों में गिनते हैं और जो एक महीने पहले आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे, उनमें से कुछ ही वेस्टइंडीज की उस टीम में शामिल थे, जो वर्ल्ड कप क्वालिफायर खेल रही थी.
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Tags: Scotland, West indies, World cup 2023
FIRST PUBLISHED : July 01, 2023, 19:54 IST
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