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गुलशन कुमार कश्यप/जमुई: गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो गई है और लोग अलग-अलग जगहों पर जाकर घूमने का प्लान बना रहे हैं. अगर आप भी उनमें से हैं और किसी हिल स्टेशन पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो जमुई जिले का यह वन्य क्षेत्र आप की लिस्ट में शामिल हो सकता है. जमुई का यह पांच रमणीक जगह आप के रोमांच को कर देगा दोगुना. यहां परिवार के साथ आपका सकते हैं मौज मस्ती.
जमुई जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर पर गिद्धेश्वर वन्य क्षेत्र अवस्थित है. जो हजारों एकड़ में फैला हुआ है. यहां की हसीन वादियां और जंगल की सुंदरता इतनी है कि यह स्थान कई हिल स्टेशन को भी मात दे सकता है. जमुई में 153112.15 एकड़ क्षेत्र वनाच्छादित है. जिसमें 71566.17 एकड़ आरक्षित वन भूमि है, जो जमुई जिले के भौगोलिक क्षेत्रफल का कुल 20.89 प्रतिशत है.
गरही डैम
गिद्धेश्वर वन्य क्षेत्र के बीचो-बीच गरही डैम अवस्थित है. गरही डैम की खूबसूरती प्रकृति प्रेमियों को खूब लुभाता है. यहां वोटिंग और कई अन्य सुविधाओं को भी हाल ही में शुरू किया गया है. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने इसका उद्घाटन किया था और तब से करीब ढाई दशक बाद भी इसकी सुंदरता वैसी ही बनी हुई है. इसकी दूरी जमुई जिला मुख्यालय से करीब 24 किलोमीटर है.
पंचभूर झरना
जमुई जिला का गिधेश्वर वन क्षेत्र बिहार के जमुई और नवादा जिले की सीमा के साथ-साथ झारखंड के गिरिडीह जिले की सीमा को भी जोड़ती है. यह सात पर्वतों की पूरी श्रृंखला है. जिसके बीच कई ऐसे स्थान हैं जो भौगोलिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से काफी सुंदर हैं तथा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. उनमें से एक पंचभूर का झरना भी शामिल है, जहां एक साथ गर्म और ठंडे पानी का झरना है. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचकर गर्म और ठंडे पानी के झरने में स्नान करने का लुफ्त उठाते हैं
गिद्धेश्वर पहाड़
गिद्धेश्वर जंगल का संबंध रामायण काल से भी है. लोग बताते हैं कि जब लंकापति रावण मां सीता का हरण कर पुष्पक विमान के रास्ते उन्हें ले जा रहा था. तब पक्षीराज जटायु से उसकी मुठभेड़ हुई थी और उनका एक पंख कट कर इसी पर्वत पर गिरा था. पहाड़ की चोटी पर लोगों के द्वारा जटायु मंदिर का निर्माण कराया गया है. गिद्ध और ईश्वर को मिलाकर हीं इस पर्वत का नाम गिद्धेश्वर पड़ा है.
गिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर
जमुई का यह क्षेत्र धार्मिक दृष्टिकोण से भी काफी लोकप्रिय है. यहां गिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर की ख्याति काफी प्रसिद्ध है. हर साल श्रावण के महीने में यहां बिहार और झारखंड से लोग आते हैं. हर साल लाखों लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं. जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थान भी इसी वन्य क्षेत्र के बीच अवस्थित है. यहां देश-विदेश से जैन धर्मावलंबी आते हैं.
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Tags: Bihar News, Bihar News in hindi, Jamui news
FIRST PUBLISHED : June 17, 2023, 15:37 IST
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