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अर्पित बड़कुल/दमोह. MP के दमोह जिले के ग्रामीण इलाकों में आज भी कई जड़ी बूटियां हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं. उन्ही में से एक औषधीय गुणों से भरपूर पौधा अश्वगंधा का है. जिसे आयुर्वेद में बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी बूटी बताया गया है. इसके नियमित इस्तेमाल करने से कई घातक बीमारियों से शरीर को बचाया जा सकता है.
बता दें कि अश्वगंधा को कई गुणों से भरपूर बताया गया है. अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट, लीवर टॉनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल के साथ-साथ और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो बॉडी को हेल्थी रखने में हेल्प करते हैं. इसके अलावा इसमें एंटी-स्ट्रेस गुण भी होते हैं, जो स्ट्रेस फ्री करने में मदद करते है.
अश्वगंधा के फायदे
आयुर्वेद चिकित्सक् डॉ ब्रजेश कुलपारिया ने बताया कि अश्वगंधा वह औषधीय पौधा है जो पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाता है. अश्वगंधा को बाजीकर भी कहा जाता है, जो पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाता है और मानसिक तनाव को दूर करने में भी यह कारगर है. अश्वगंधा सूजनरोधी और रोग से लड़ने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को प्रोत्साहित करके शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है. यह आयरन का भी समृद्ध स्रोत है, इसलिए लाल रक्त कोशिका की संख्या में सुधार करता है. गठिया के दर्द को भी कम करने में अश्वगंधा काफी गुणकारी साबित होता है. कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में भी यह गुणवान औषधि लाभकारी है.
यह औषधि पौधा कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और कैंसर की नई सेल्स नहीं बनने देता यह शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का निर्माण करता है, जो कैंसर सेल्स को खत्म करने और कीमो थेरेपी से होने वाले साइड इफेक्ट से भी बचाने का काम करता है. इसमें मौजूद ऑक्सीजन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है, जो सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है. अश्वगंधा व्हाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है.जो कई गंभीर शारीरिक समस्याओं में लाभदायक है.
मानसिक संतुलन को ठीक करने में असरदार
इस औषधीय पौधे का सेवन करने से अच्छी नींद आती है, साथ ही इसका सेवन करने मात्र से कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने का काम आता है. आंखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है. वहीं रोज दूध के साथ लेने में आंखों के अलावा स्ट्रेस से भी बचा जा सकता है.
जानिए कैसे करें अश्वगंधा का सेवन
अश्वगंधा का चूर्ण खाने का बहुत ही आसान सा तरीका है. पहले पानी शहद या फिर घी में मिलाकर अश्वगंधा को रख लें. इसके अलावा अश्वगंधा कैप्सूल, अश्वगंधा चाय और अश्वगंधा का रस भी मार्केट या ऑनलाइन वेबसाइटों पर आसानी से मिल जाता है. इसको रात में सोने से पहले दूध के साथ इसका सेवन करें इसके अलावा इस खाना खाने के बाद भी लिया जा सकता है. बहुत से लोग खाली पेट भी इसका सेवन करते हैं. लेकिन कुछ लोगों को खाली पेट अश्वगंधा नुकसान करता है.
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FIRST PUBLISHED : October 20, 2023, 11:43 IST
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