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कमल पिमोली/ श्रीनगर गढ़वाल.वैसे तो हमारे आसपास कई ऐसे फल मिल जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं, लेकिन कई ऐसे फल भी हैं, जिसका अचार बनाकर लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है और खाने के स्वाद का जायका बढ़ाने के साथ सेहत पर भी ध्यान दिया जा सकता है. ऐसा ही एक अचार पहाड़ी नींबू का भी है. वैसे तो नींबू की कई वैरायटी हैं, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में पैदा होने वाला नींबू (लिंबा) स्वाद में जितना खट्टा है, इसका अचार उतना ही स्वादिष्ट.
आज भी उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में पारंपरिक घरेलू विधि से अचार तैयार किया जाता है. इसमें न किसी तरह के केमिकल का प्रयोग होता है और न ही किसी आर्टिफिशियल फ्लेवर का. यह प्योर पहाड़ी अचार घर में उपलब्ध संसाधनों से ही तैयार किया जाता है, जो लंबे समय तक खाने योग्य रहता है.
नींबू के अचार के फायदे
पहाड़ी लिंबा/नींबू का अचार विटामिन सी से भरपूर होता है. यह इम्युनिटी में सुधार करने के साथ-साथ हमारी त्वचा और हीमोग्लोबिन के लेवल को सुधारने के लिए बहुत अच्छा है. पहाड़ी नींबू में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जिससे यह पाचन तंत्र के लिए भी बहुत अच्छा होता है. साथ ही एसिडिटी की दिक्कत को भी दूर करता है.
ऐसे बनाएं लिंबा का अचार
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल के रहने वाले मेहरबान सिंह नेगी बताते हैं कि वह लंबे समय से परंपरागत पहाड़ी तरीके से अचार तैयार करते आ रहे हैं. लिंबा/नींबू को अच्छे से धोकर साफ कर किसी स्टील या प्लास्टिक के बर्तन में छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. तांबे या लोहे के बर्तन का प्रयोग नहीं करना है, क्योंकि इससे अचार में कड़वापन आ जाता है. जब नींबू कट जाए तो इसमें स्वादानुसार नमक और मिर्च का प्रयोग कर अच्छे से मिक्स कर देना चाहिए. इसके बाद इसमें सरसों तेल का प्रयोग कर अच्छे से मिलाकर छांव में रख देना चाहिए. मेहरबान सिंह हिदायत देते हुए कहते हैं कि नींबू के अचार को शुरुआती समय में धूप में नहीं रखना चाहिए, इससे वह खराब या बेस्वाद हो सकता है.
सालभर तक नहीं होता खराब
मेहरबान सिंह बताते हैं कि यह अचार एक बार बनाने पर सालभर तक चल जाता है. जब अचार को जार में रखें, तो कच्चे सरसों का तेल का प्रयोग करें. साथ ही मोटी पीली सरसों और हींग के दाने को पीसकर इसका प्रयोग भी किया जा सकता है. इससे अचार का स्वाद और अधिक बढ़ जाता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. Local 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.
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Tags: Food, Food 18, Health benefit, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 20, 2023, 15:02 IST
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