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Maldives News: मालदीव और भारत के संबंध राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू की वजह से तनावपूर्ण रहे हैं। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि मालदीव में होने जा रहे संसदीय चुनाव की मतपेटियां भारत में रखी जा सकती हैं। मालदीव के अलावा जिन तीन देशों को मतपेटियां रखने के लिए चुनाव है वह भारत, श्रीलंका और मलेशिया हैं।
मालदीव की 93 संसदीय सीटों के लिए कुल 389 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एमडीपी को भारत समर्थक माना जाता है। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) ने प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) से गठबंधन किया है। दोनों पार्टियों के एलायंस ने 89 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। बीते साल राष्ट्रपति बने मोहम्मद मुइज्जू के लिए इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न माना जा रहा है।
मालदीव के चुनाव आयोग ने कही ये बात
मालदीव के चुनाव आयोग ने रविवार को बताया कि मालदीव के करीब 11 हजार लोगों की ओर से मतदान केंद्रों को स्थानांतरित करने के लिए फिर से रजिस्ट्रेशन का अनुरोध किया है। चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक 21 अप्रैल के संसदीय चुनावों के लिए लोगों को अपने मतदान केंद्रों को स्थानांतरित करने की छह दिन की अवधि शनिवार को समाप्त हो गई है।
भारत में कहां रखी जाएंगी मालदीव की मतपेटियां
मालदीव के चुनाव आयोग के अनुसार मतपेटिंयां जो भारत में रखी जाना है वो केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम में रखी जाएंगी। वहीं श्रीलंका में कोलंबो और मलेशिया की राजधानी क्वालालांपुर में भी रखी जाएंगी। तीनों देशों में से प्रत्येक में कम से कम 150 लोगों की ओर से मतदान करने के लिए फिर से पंजीकरण का अनुरोध आया है।
भारत विरोधी रुख रखते हैं मोइज्जू
गौरतलब है कि मालदीव के साथ भारत के संबंध तल्ख रहे हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू के कहने पर भारत ने अपने सैनिकों को वहां से बुलाना शुरू कर दिया है। दशकों से तैनात भारतीय सैनिकों को मोइज्जू ने आते ही हटाने की बात कह दी थी। यही नहीं, इंडिया आउट का कैंपेन चलाकर मालदीव में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीते मोइज्जू ने भारत की बजाय पहली आधिकारिक यात्रा के लिए चीन को चुना था। उन्हें चीन का समर्थक माना जाता है। हालांकि विपक्षी पार्टी भारत की समर्थक है।
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