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नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हर व्यक्ति का जहां पर स्वस्थ (Health Care) रहना जरूरी होता है फिर भी कई स्वास्थ्य समस्य़ाएं व्यक्ति को घेर ही लेती है। हाल ही में आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव आपातकालीन ब्रेन सर्जरी (Brain Surgery) की गई जिससे एक बीमारी का खुलासा हुआ है। इस बीमारी को ब्रेन ब्लीडिंग (Brain Bleeding) कहते है जिसमें व्यक्ति को 15 दिनों तक लगातार असहनीय सिरदर्द होता है। आइए विस्तार से जानते है इस बीमारी के बारे में और इलाज कैसे संभव है…
क्या होती है ब्रेन ब्लीडिंग
इस बीमारी को लेकर क्लीवलैंड क्लिनिक ने जानकारी देते हुए बताया कि, यह ब्रेन ब्लीड नामक बीमारी एक प्रकार का ऐसा स्ट्रोक है जो रक्त आपके मस्तिष्क और खोपड़ी के बीच इकट्ठा हो जाता है, जिससे आपके मस्तिष्क में ऑक्सीजन बंद हो जाती है. यह तब होता है जब आपके मस्तिष्क में रक्त वाहिका लीक हो जाती है या फट जाती है, जिससे आपकी खोपड़ी के अंदर रक्त जमा हो जाता है और आपके मस्तिष्क पर दबाव पड़ता है, जो आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचने से रोकता है। बीमारी में दिमाग की कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सिजन नहीं मिलने की वजह से यह समस्या और बढ़ती है।
जानिए क्या है लक्षण
इस ब्रेन ब्लीडिंग नामक बीमारी के लक्षण में सबसे पहला तो असहनीय सिरदर्द ही होता है लेकिन इसके अलावा कई लक्षण आपको प्रभावित कर सकते है..
अचानक झुनझुनी, कमजोरी
-शरीर के एक तरफ सुन्नपन या विशेषकर चेहरे, बांह या पैर में
-जी मचलाना और उल्टी
-भ्रम
-चक्कर आना
-थकान
-निगलने में कठिनाई
-दृष्टि खोना
-गर्दन में अकड़न
-प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
-संतुलन बनाने में परेशानी
-सांस लेने में कठिनाई
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किन कारणों से होती है बीमारी
इस ब्रेन ब्लीडिंग बीमारी को पनपने के कारण कई देखने के लिए मिलते है जैसे आपको कभी विभिन्न कारणों से दर्दनाक चोट, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड वेसल्स में असामान्यताएं आती है इसे दवाईयों के साथ कम तो किया जा सकता है लेकिन यह स्ट्रोक खतरनाक रूप भी ले सकता है। इस बीमारी के कई मामले देखने के लिए मिलते है जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल 795,000 से अधिक लोग स्ट्रोक का अनुभव करते हैं।
जानिए कैसे इलाज है संभव
इस ब्रेन ब्लीडिंग नामक बीमारी से इलाज संभव है जिसमें मस्तिष्क पर दबाव को कम करने और ब्लीडिंग को रोकने के लिए सर्जरी की जाती है। इसके लिए कई तकनीकों का इस्तेमाल करके इलाज संभव किया जाता है। इसमें क्रैनियोटॉमी या न्यूनतम इनवेसिव प्रोसिजर. कुछ मामलों में, लक्षणों को प्रबंधित करने में सहायता के लिए दवाएं या अन्य सहायक उपचार भी दिए जा सकते हैं। इसे ठीक करने के लिए वेंटीलेटर का उपयोग करके ऑक्सीजन थेरेपी दी जाती है।
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