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अर्पित बड़कुल/दमोह: एमपी के दमोह जिले के खेतों की मेड़ो पर कटीली झाड़ियों में उगने वाले खट्टे मीठे बेर खाने में बेहद स्वादिष्ट लगते हैं.यह बेर पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत माने जाते हैं. शरीर में कॉपर की कमी से हड्डियां सबंधी समस्या और खासकर कमजोर हड्डियों को मजबूत करने ये बेर कारगर है. इसमें पॉलिसैचेराइड नमक कार्बोहाइड्रेट होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है.
वेट कंट्रोल से लेकर रक्त प्रवाह का बेहतर स्त्रोत है यह खट्टे फल
इस खट्टे मीठे फल का सेवन करने से बॉडी मास इंडेक्स, फैट और शरीर का वजन कम हो सकता है.सीधे तौर पर सूखे बेर या फिर इसकी चटनी बनाकर भी खाई जा सकती है.इसके अलावा बेर के अर्क में कई ऐसे गुण होते हैं, जो शरीर में रक्त संचार को बढ़ा सकते हैं. इसमें नाइट्रिक ऑक्साइड जोकि रक्तचाप को नियंत्रित करने में कारगर है.
कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी के रोकथाम में है लाभदायक
इस बेर में अमीनो एसिड, बायोएक्टिव पदार्थ,एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है जो कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में सक्षम माना जाता है. बेर में सेपोनिन्स नामक टतत्व होता है जो नींद में सुधार कर सकता है.
आयुर्वैदिक चिकित्सक डॉक्टर दीप्ति नामदेव ने कहा कि इन खट्टे मीठे बेरो का चूर्ण बनाकर,उबालकर सेवन किया जा सकता है. बुंदेली भाषा में से लबदो कहा जाता है. यह पाचन के लिए कारगर औषधी है. पेट से संबंधी समस्याएं में इसका इस्तेमाल होता है.
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Tags: Damoh News, Health News, Local18, Madhya pradesh news
FIRST PUBLISHED : December 22, 2023, 20:34 IST
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