[ad_1]
अनूप पासवान/कोरबाः- वसंत ऋतु आते ही पलाश के फूलों की बहार आ जाती है. लेकिन कटते जंगल के कारण अब पलाश के पेड़ भी कम होते जा रहे हैं. पलाश के लाल रंग के फूल देख सभी उसकी और आकर्षित होते हैं. इसके फूल दिखने में जितने मनमोहक लगते हैं, उतने ही इसके आयुर्वेदिक उपयोग हैं. पलाश के फूल और पत्ते आयुर्वेदिक गुणों से भरे हैं. छोटे घाव से लेकर कैंसर के उपचार में इसका उपयोग किया जा सकता है. पलाश के आयुर्वेदिक उपयोग के बारे में हमने आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर नागेंद्र नारायण शर्मा से बातचीत की.
उन्होंने बताया कि पुराने समय से ही पलाश के फूलों का होली के रंगों में प्रयोग होता आया है. होली के कई दिन पहले से फूलों को पानी में भिगो दिया जाता था, फिर उन्हें उबालकर ठंडा किया जाता था.
जानिए पलाश के आयुर्वेदिक गुण
डॉक्टर नागेंद्र शर्मा ने बताया कि पलाश के बीज में एंटीवर्म गुण पाया जाता है, जिसकी वजह से ये पेट के कीड़ों को नष्ट करता है. नियमित रूप से पलाश के बीज का पाउडर खाने से किसी भी तरह के पेट के संक्रमण से राहत मिलती है. इसके फूल में एक एसट्रिनजेंट गुण मौजूद होता है, जिसकी वजह से ये दस्त जैसी समस्याओं से निजात भी दिलाता है. उन्होंने कहा कि पलाश में एंटी हाइपरग्लिसेमिक गुण सबसे ज्यादा पाया जाता है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को और ज्यादा बेहतर करने में मदद करता है.
हाई ब्लड प्रेशर के लिए भी फायदेमंद
डॉक्टर नागेंद्र शर्मा ने बताया कि पलाश के पत्तों में टिक्टा गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में कफ और पित्त को कम करते हैं. इसके कारण चय-पाचय में सुधार होता है और हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को सही करने में मदद मिलती है.
खून को साफ करने में करता है मदद
उन्होंने आगे बताया कि गलत खान-पान से जब रक्त दूषित होने लगता है, तो खून को साफ करने के लिए पलाश की छाल बड़े काम आती है. यह खून को अंदर से साफ करती है, जिससे दूषित रक्त से होने वाली बीमारी से बचाव होता है.
नोट:- इस दिन से भक्त प्रह्लाद पर हिरण्यकश्यप ने शुरू की थी प्रताड़ना, सजने लगी थी होलिका की चिता, अनोखी है परंपरा
स्किन इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद
आयुर्वेद के अनुसार, पलाश के बीज का पेस्ट बाहरी रूप से लगाए जाने पर एक्जिमा और अन्य स्किन इन्फेक्शन दूर होता है. इसका पेस्ट लगाने से खुजली और रूखेपन जैसी समस्या दूर होती है.
रक्तस्राव और घाव के लिए भी फायदेमंद
पलाश के बीज का काढ़ा इसके लिंग गुणों के कारण घाव को भरने में मदद करता है. ये रक्तस्राव होने से रोकता है, जिससे घाव जल्दी भरता है.एक पलाश का फूल लें और उसे गुलाब जल के साथ पीस लें और घाव वाली जगह पर लगा दें. इससे चोट वाली जगह पर खून बहना बंद हो जाता है.
Disclaimer: यह समाचार सिर्फ पाठकों/दर्शकों की जानकारी के लिए है. इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है. हमारा उद्देश्य पाठकों/दर्शकों तक महज सूचना पहुंचाना है. इसके अलावा, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की होगी. Local 18 इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.
.
Tags: Chhattisgarh news, Health News, Korba news, Local18
FIRST PUBLISHED : February 16, 2024, 17:28 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
[ad_2]
Recent Comments