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सीमा कुमारी
नई दिल्ली: हर साल 21 जून को देश-दुनिया में ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ (International Yoga Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिर्फ योग के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक और प्रेरित करना है। क्योंकि,जिंदगी की भागदौड़ में हम अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते है। जिसके चलते हमारा शरीर बीमारियों से घिर जाता है। ऐसे में अपने शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के योगा को अपने डेली रूटीन में शामिल करें। बता दें कि योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग आसन शक्ति, शरीर में
लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है। तो आइए जानें योग करने के फायदे। माना जाता है कि डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है। वास्तव में आप इंसुलिन प्रतिरोधक का इलाज नहीं कर सकते। लेकिन अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते है। योग की मदद से बॉडी का ब्लड शुगर आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। कपालभाति प्राणायाम, धनुरासन और चक्रासन से डायबिटीज की समस्या कम होती है।
योग गुरु के अनुसार, योग के जरिए आप तनाव जैसी समस्या को दूर कर सकते हैं। इसे करने से कुछ दिनों के अंदर ही शरीर में एंडोर्फिन का स्तर बढ़ने लगता है, मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, मेटाबॉलिज्म और मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है।
रोजाना योग करने से अंदरुनी तनाव और सूजन में कमी आती है, जिससे दिल पर पड़ने वाला अतिरिक्त प्रेशर भी कम होने लगता है। इस तरह योगासन आपके दिल को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
योग से आप अपने शरीर की ऊर्जा को सही दिशा में इस्तेमाल कर पाने में सक्षम हो जाएंगे। एक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता आप केवल योगा के माध्यम से ही हासिल और विकसित कर सकते हैं। इससे आप अपने मस्तिष्क को वर्तमान में ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशिक्षित कर सकते हैं।
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हाइपरटेंशन की बीमारी को दूर करने में योग काफी मददगार हैं। योग व ध्यान की मदद से हाइपरटेंशन को दूर किया जा सकता हैं। इसके लिए आप पश्चिमोत्ताशन, शवासन, प्राणायाम और अधो-मुखश्वनासन करें।
एक उम्र के बाद अकसर लोगों को माइग्रेन की समस्या होने लगती हैं। माइग्रेन का मुख्य कारण दिमाग तक ब्लड का पर्याप्त मात्रा में सर्कुलेशन न होना हैं। योग की मदद से दिमाग तक आसानी से ब्लड पहुंच जाता हैं। माइंड में फ्रेशनेस बनी रहती हैं। माइग्रेन में शीर्षासन या हेडस्टैंड करने से लाभ मिलता हैं। इसके अलावा, उष्ट्रासन, बालासन और शवासन से भी लाभ मिलेगा।
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