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गौहर/दिल्ली. जीवन में बड़ी चीजें हासिल करने के लिए आपको बड़े जोखिम उठाने पड़ते हैं. ऐसा ही कुछ दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में रहने वाले अर्जुन वाजपेयी ने अपनी जिंदगी में करके दिखाया है. आपको बता दें कि अर्जुन वाजपेयी एक पर्वतारोही हैं, जिन्होंने महज 16 साल की उम्र में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया था.
अर्जुन वाजपेयी ने लोकल 18 की टीम से बात करते हुए बताया कि अपनी जिंदगी में सबसे पहला पर्वत 14 साल की उम्र में चढ़ा था. इसके बाद उन्होंने 16 साल की उम्र में ही माउंट एवरेस्ट फतह किया था. अर्जुन पूरे विश्व में सबसे कम उम्र में 8000 मीटर ऊंची 7 पर्वत चोटियों पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति हैं. अर्जुन ने बताया कि दुनियाभर में तकरीबन 8000 से ज्यादा ऊंचाई की लगभग 14 चोटियां हैं. इनमें से आज तक वह 7 पर चढ़ चुके हैं और अगले कुछ महीनों में 2 और पर चढ़ने जा रहे हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि अगला लक्ष्य कुछ साल में इन 14 चोटियों पर चढ़ने का है.
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कैलाश पर्वत के लिए कही ये बात
कैलाश पर्वत के बारे में अर्जुन ने बताया कि कैलाश पर्वत से सभी लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. इसलिए आज तक सरकार ने उस पर चढ़ने की किसी को अनुमति नहीं दी है. इस वजह से आज तक इस चोटी पर कोई नहीं चढ़ पाया है. कैलाश पर्वत पर चढ़ना इतना मुश्किल नहीं है, लेकिन कुछ जगहें ऐसी हैं, जो पर्वत पर चढ़ने में भी मुश्किलें पैदा कर सकती हैं.
मृत्यु के निकट का अनुभव
अर्जुन ने बताया कि पर्वतों पर चढ़ते समय कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है. लेकिन दो बार उन्होंने मृत्यु को बिल्कुल पास से देखा है. एक बार जब वह एक पर्वत पर चढ़ रहे थे, तो उनका एक तरफ का पूरा शरीर काम करना बंद कर रहा था. वहीं, दूसरी बार उन्हें मृत घोषित कर दिया था और काफी समय के बाद जाकर जब उन्हें होश आया तो तब सबको यकीन नहीं हुआ था कि मैं जिंदा हूं.
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Tags: Local18
FIRST PUBLISHED : March 13, 2024, 14:06 IST
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