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सोनिया मिश्रा/रुद्रप्रयाग. अक्सर आपने रोजगार की तलाश में पहाड़ से पलायन करने वालों की बात सुनी ही होगी, लेकिन इन सबसे इतर कुछ युवा इन्हीं पहाड़ों में अपने लिए रोजगार के नए-नए तरीके ढूंढने का काम कर रहें हैं और उन्हें इससे बेहद मुनाफा भी हो रहा है. आज हम आपको ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में तीसरे केदार भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में पक्षी प्रेमी यशपाल नेगी रहते हैं, जिन्हें देश के प्रमुख पक्षी प्रेमियों में गिना जाता है.
पूरे परिवार ने बांटी है जिम्मेदारी
यशपाल के पास हर साल देश के कोने-कोने से पक्षियों से प्यार करने वाले अनेकों लोग पहुंचते हैं, जिन्हें वे पक्षियों के अद्भुत संसार का दीदार करवाते हैं और एक गाइड के रूप में उनकी इससे अच्छी आमदनी भी हो जाती है. साथ ही इस काम में उनकी पत्नी और उनका बेटा भी बखूबी साथ देता है. उनकी पत्नी जहां एक ओर पर्यटकों को खाना बनाकर परोसती हैं, वहीं बेटा गाड़ी चलाता है. देहरादून, हरिद्वार से पर्यटकों को लाता है यानी परिवार के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी आपस में बंटी हैं.
देश के नामी फोटोग्राफरों को करा चुके हैं बर्ड वाचिंग!
बर्ड वाचिंग में यशपाल नेगी का नाम न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है. कलकत्ता से निकलने वाली पत्रिका भ्रमण में इनके बारे में छप चुका है और यह देश के नामी गिनामी पक्षी प्रेमी फोटोग्राफर को बर्डवाचिंग करा चुके हैं. इसमें कलकत्ता से लेकर दिल्ली तक के मशहूर फोटोग्राफर शामिल हैं.
500 से अधिक पक्षियों के हैं विशेषज्ञ!
यशपाल नेगी कहते हैं कि पूरे देश में पक्षियों की कुल 1200 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से उत्तराखंड में आधे से अधिक 710 प्रजातियां पाई जाती है, जो यहां के बेहतर पर्यावरण संतुलन और पारिस्थितिक तंत्र को अच्छा बनाने ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उन्हें वर्तमान में 500 से अधिक प्रजाति के पक्षियों की जानकारी है और जिसको देखकर लगता है कि मानो यही मेरा संसार है.
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Tags: Chamoli News, Environment, Latest hindi news, Rudraprayag news, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : June 01, 2023, 11:30 IST
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