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North Korea: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग को एक नई टेंशन सताए जा रही है। दरअसल, उत्तर कोरिया के लोगों में गंजेपन की समस्या बढ़ रही है। यही कारण है कि उत्तर कोरियाई लोगों में पतले बालों और गंजेपन की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) से बात करते हुए विशेषज्ञों ने चर्चा की कि यह घटना कई वजहों से उत्पन्न हुई है, जिसमें संक्रमण भी शामिल है। इसके चलते बाल झड़ने लगे। उन्होंने कहा यह साबुन और कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट का उपयोग करने का परिणाम भी हो सकता है, जिसमें “कठोर” रासायनिक तत्व होते हैं।
झड़ते बालों का इलाज खर्च काफी ज्यादा, बोले एक्सपर्ट
उत्तर कोरिया के एक डॉक्टर चोई जियोंग हून, जो दक्षिण कोरिया चले गए और अब सियोल में सार्वजनिक नीति अनुसंधान संस्थान में एक वरिष्ठ शोधकर्ता के रूप में कार्यरत हैं, उन्होंने बताया कि उत्तर कोरियाई लोगों के लिए ‘हल्के’ रासायनिक उत्पादों को ढूंढना आसान नहीं है। वहां उत्तर कोरिया के आम लोग बालों के झड़ने के बारे में चिंता नहीं कर सकते।’ उन्होंने कहा कि औसत नागरिक के लिए इलाज का खर्च वहन करना बहुत ज्यादा है।
बालों के झड़ने का उपचार ‘प्राचीन दवाओं’ में बताया
उत्तर कोरिया में स्वास्थ्य समस्याओं पर काम करने वाले ब्लॉग DPRKHealth.org के प्रमुख अहं क्यूंग सू ने कहा कि उत्तर कोरिया में बालों के झड़ने का उपचार “प्राच्य दवाओं” की तरह है। ये औषधीय जड़ी-बूटियों पर आधारित सामयिक टॉनिक हैं जिनका प्रभाव न्यूनतम होने की संभावना है। एक अन्य विशेषज्ञ ने यह भी तर्क दिया कि सेना की टोपियां उचित वेंटिलेशन की कमी के कारण बालों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे बैक्टीरिया का निर्माण हो सकता है और रोमछिद्र बंद हो सकते हैं।इसके चलते बाल पतले हो सकते हैं। सभी उत्तर कोरियाई पुरुषों को आमतौर पर सशस्त्र बलों में 10 साल की सेवा करने की आवश्यकता होती है।
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