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यह फिल्म वर्षो पहले की किशोरी अमीना और आज की आज़ाद ख्याल लड़की मीना की सच्ची कहानी पर आधारित है। यह कहानी इस बात के इर्द-गिर्द घूमती है कि ज़िंदगी उनके साथ एक जैसे हालात में कैसे पेश आती है और वे इससे अलग तरीके से कैसे निपटते हैं।
फिल्म: अमीना
कास्ट: रेखा राणा, अनंत महादेवन, उत्कर्ष कोहली, कुमार राज
निर्देशक: कुमार राज
रनटाइम: 1 घंटा 49 मिनट
रेटिंग: 3.5 स्टार्स
कहानी: यह फिल्म वर्षो पहले की किशोरी अमीना और आज की आज़ाद ख्याल लड़की मीना की सच्ची कहानी पर आधारित है। यह कहानी इस बात के इर्द-गिर्द घूमती है कि ज़िंदगी उनके साथ एक जैसे हालात में कैसे पेश आती है और वे इससे अलग तरीके से कैसे निपटते हैं। नायिका मीना आज की अभिनेत्री है जो पृथ्वी थिएटर में “यहां अमीना बिकती है” नामक नाटक में अमीना नाम की एक मासूम किशोरी की भूमिका निभा रही होती है। यह नाटक भी अमीना की सच्ची कहानी पर आधारित है जिसे उसके लालची अभिभावक ने पैसे की खातिर एक अस्सी वर्षीय अरब से बेच दिया था। मीना द्वारा अभिनीत इस नाटक में दिखाया गया है कि अमीना के साथ बलात्कार होता है और वह आत्महत्या कर लेती है। नाटक के एक दिन बाद जब मीना पृथ्वी थिएटर से बाहर निकलती है, तो वह बलात्कार की शिकार हो जाती है और अमीना की तरह ही दर्द भरी भावनाओं से गुजरती है। वह आगे क्या करेगी? क्या मीना अमीना की तरह समाज और दुनिया से तंग आकर आत्महत्या कर लेगी या न्याय के लिए लड़ेगी और प्रतिशोध चुनेगी? इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
अभिनय: एक्ट्रेस रेखा राणा ने प्रभावी अदाकारी की है। उनके किरदार में काफी शेड्स और रंग हैं लेकिन उन्होंने हर रंग में खुद को रंग लिया है। इस किरदार को निभाने के लिए रेखा राणा की तैयारी पर्दे पर दिखाई देती हैं महादेवन तो खैर एक सुलझे हुए और अनुभवी कलाकार हैं उन्होंने अपनी भूमिका को यादगार बना दिया है। उत्कर्ष कोहली ने अभिनय से अपने किरदार के साथ न्याय किया हैं साथ ही कुमार राज ने भी बहुत स्वाभाविक अभिनय किया हैं।
फाइनल टेक: फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले और इसके प्रस्तुतिकरण में एकदम नयापन है या ये कह सकते हैं कि फिल्म मेकर ने प्रयोग किया है। हालांकि फिल्म उर्दू के उपन्यासकार आफताब हसनैन के विख्यात ड्रामे यहां अमीना बिकती है से प्रेरित है मगर इसको फिल्म का रूप कुमार राज ने बड़ी शिद्दत के साथ दिया है। कुमार राज ने एक पॉवर पैक सिनेमा बनाया है। रेखा राणा से उन्होंने अच्छा अभिनय करवा लिया है। फिल्म का तकनीकी पहलु बहुत मजबूत है। इस्माइल दरबार ने इसका बैकग्राउंड म्युज़िक फिल्म की थीम के अनुसार दिया है। सीनियर ऎक्टर रज़ा मुराद की आवाज़ भी फिल्म में सुनाई देती है। बॉलीवुड के फेमस साउंड इंजीनियर निहार रंजन सामल ने पिक्चर का साउंड डिज़ाइन किया है। ये कहानी समाज के एक हार्ड हिटिंग टॉपिक पर आधारित है और वह है महिलाओ के लगातार साथ गलत होना। अमीना इसी विषय को बड़ी संवेदनशीलता के साथ छूकर जाती है और फिल्म के खत्म होने के बाद भी दर्शकों के मन मस्तिष्क में रह जाती है। ईद के अवसर पर रिलीज़ होने वाली फ़िल्म अमीना बहुत ही साहस के साथ मुस्लिम समाज के बीच की इस संवेदनशील कहानी को बहुत साहस के साथ प्रस्तुत करती हैं ।
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