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मुंबई : जाने-माने फिल्म कला निर्देशक (Film Art Director) नितिन देसाई (Nitin Desai) ने अपने वित्तीय ऋणदाता को 252 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान में चूक की थी और पिछले सप्ताह ही एक दिवाला अदालत ने उनके खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शरू करने की याचिका को स्वीकार किया था। देसाई का शव बुधवार को महाराष्ट्र (Maharashtra) के रायगढ़ (Raigad) जिले में उनके स्टूडियो में लटका मिला।
देसाई की कंपनी एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लि. (ND Art World Pvt.) ने दो बार में…2016 और 2018 में ईसीएल फाइनेंस से 185 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। जनवरी, 2020 से उनके समक्ष कर्ज भुगतान का संकट शुरू हुआ। रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घरगे ने कहा, ‘‘देसाई का शव सुबह एन डी स्टूडियो में रस्सी से लटका मिला।” माना जा रहा है कि उन्होंने आत्महत्या की है। अभी यह पता नहीं चल सका है कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया।
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देसाई को ‘लगान’ और ‘देवदास’ जैसी फिल्मों में उनके कला निर्देशन के लिए जाना जाता है। उन्होंने देश की वित्तीय राजधानी के बाहरी इलाके खालापुर तालुका में यह स्टूडियो खोला था। इसमें ‘जोधा अकबर’ जैसी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ ने 25 जुलाई को एडलवाइस एसेट रिकंस्ट्रक्शन की देसाई की कंपनी के खिलाफ दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता प्रक्रिया शुरू करने की याचिका स्वीकार की थी।
एनसीएलटी के सदस्य (न्यायिक) एच वी सुब्बा राव और सदस्य (तकनीकी) अनु जगमोहन सिंह ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जितेंद्र कोठारी को अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया था। आदेश में कहा गया था कि ऋणदाताओं ने 31 मार्च 2021 को कंपनी के खाते को गैर-निष्पादित आस्ति (एनपीए) में वर्गीकृत किया है। 30 जून 2022 तक ऋण चूक (डिफॉल्ट) की कुल राशि 252.48 करोड़ रुपये थी। (एजेंसी)
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